इस पिक्चर में सब लड़कों के बीच में परमजीत सिंह 34 RR के कमांडिंग आफिसर
यहाँ नारंगी ड्रेस वाले शख्स के बाद आर्मी ड्रेस में मेरा दामाद कर्नल परमजीत सिंह
भारतीय सेना और कश्मीरी बच्चों का सद्भावना टूर
क्या आपने कभी सोचा है की जहां दिन रात आतंक वाद पनपता है ,सक्रिय होता है और वारदातों को अंजाम दिया जाता है ,जहां हर दूसरे तीसरे दिन कर्फ्यू लगता रहता है वहां की जनता विशेषतया वहां के बच्चों की जिंदगी किस हाल में होगी कैसा होगा उनका भविष्य !
जी हाँ मैं कश्मीर के उन हिस्सों की बात कर रही हूँ जहां इंसान हर वक़्त डर और दहशत के साए में जीता है !कश्मीर के दूर दराज के गाँव के बच्चे या तो डर से स्कूल नहीं जाते जाते हैं तो हमेशा डर से सहमे सहमे जो जरा सी आहट से सकुचा जाते हैं !
जिन्होनें कभी श्रीनगर तक नहीं देखा !जहां आतंक उनके जीवन में बहार आने ही नहीं देता !
इस और हमारी भारतीय सेना ,जो कश्मीर में तेनात है सराहनीये कार्य कर रही है !अपनी कुछ योजनाओं के तहत कश्मीरी लोगों को सुरक्षा प्रदान करना ,उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करना ,उनकी जिंदगी से आतंक का साया ख़त्म करना आदि हैं !वहां के बच्चों को बाहर की दुनिया दिखाना ,हमारे देश में कैसे सब धर्म ,संस्कृति के लोग एक साथ स्नेह प्यार से मिलजुल कर रहते हैं इत्यादि दिखाना है!
इस योजना के तहत भारतीय सेना ने एक सद्भावना टूर का आयोजन किया है इसमें वहां के लगभग २५ पच्चीस स्कूली लड़कों को शामिल किया गया है !उनको कुछ शहरों को दिखाया जा रहा है जैसे जम्मू ,चंडीगढ़ ,देहरादून आदि !इनके साथ उरी के विभिन्न स्कूलों के तीन अध्यापक और सेना के दो आफिसर हैं !
यह टूर कल्पहार ब्रिगेड जो डग्गर डिविसन के हैं के द्वारा आयोजित किया गया है !२५ सितम्बर से चार अक्टूबर तक का समय दिया गया है !उनके टूर का शुभारम्भ २५ सितम्बर को ३४ R R के कमांडिंग आफिसर कर्नल परम जीत सिंह (जो मेरे दामाद हैं )के द्वारा किया गया है !झंडी दिखाकर उनकी वोल्वो डीलक्स बस को विदा किया गया उस समय श्रीनगर के स्थानीय जाने माने लोग भी शामिल थे दूरदर्शन और प्रेस रिपोर्टरों ने भी कवरेज किया था !वो बच्चे कल मेरे देहरादून पहुच रहे हैं !
देहरादून में उनका हार्दिक स्वागत है !
जय हिन्द!