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रविवार, 31 जुलाई 2011

जब यह रूह जिस्म से जुदा हो रही होगी

मौत का तांडव यहाँ हर रोज होता है !
कब ,कौन ,कहाँ ,कैसे अपनों को खोता है !
क्यूँ लाचार है इंसानियत ,क्यूँ हावी है हैवानियत !
आओ मिलकर ये सोचेंगे 
जिंदगी पर किसका हक है ?
ये खुदा से पूछेंगे !

ना जाने कौन सा आसमां होगा कौन सी जमीं होगी 
जब ये रूह जिस्म से जुदा हो रही होगी !
कौन सा लम्हा होगा कौन सी घडी होगी
जब ये रूह जिस्म से जुदा हो रही होगी !
जिस्म क्या है एक शाख का पत्ता ही तो है 
आज दरख़्त की शान है कल टूटा हुआ तिनका ही तो है ,
ना जाने कौन सा पतझड़ होगा कौन सी ऋतू होगी, 
जब ये रूह जिस्म से जुदा हो रही होगी !
जिस्म क्या है एक पानी का बुलबुला ही तो है ,
आज मौजों में डोल रहा कल जलमग्न होना ही तो है!
ना जाने कौन सा भंवर होगा कौन सी लहर होगी, 
जब ये रूह जिस्म से जुदा हो रही होगी ! 
जिस्म क्या है एक जलता हुआ दीपक ही तो है ,
एक पहर गर्व से चमक रहा दूजे पल तिमिर में छुपना ही तो है! 
ना जाने कौन सा झोंका होगा कौन सी आंधी होगी, 
जब ये रूह जिस्म से जुदा हो रही होगी ! 
जिस्म क्या है कुछ दिनों का महमां ही तो है 
आज स्वजनों के बीच जिया 
कल सबसे बिछुड़ जाना ही तो है !
ना जाने कौन सा कन्धा होगा कौन सी गोदी होगी ,
जब ये रूह जिस्म से जुदा हो रही होगी !
ना जाने कौन सा आसमां होगा कौन सी जमीं होगी 
जब ये रूह जिस्म से जुदा हो रही होगी !  

गुरुवार, 28 जुलाई 2011

Ek najm Ek ghazal

कुछ दिल से

 कुछ आँखों ने बयां कर दिया 
कुछ कलम ने कह दिया 
जज्बातों को इस दिल के 
अब मैं कहाँ छुपाऊं?
इक मुठ्ठी आसमां गर मिल भी जाए 
जो उस रब से छुपाले वो पर्दा कहाँ से लाऊं ?  


जिंदगी  की आगोश में आ 

गुलशन है तेरे सामने 
क्यों तुझे खिजां की आस है ?
इस प्याले में तेरे अमृत ढला है 
क्यों तुझे जहर की प्यास है ?
मेरी दुआओं ने हरदम तेरे दर पे पहरा दिया 
क्यों तूने ग़मों को अपने घर का पता दिया ?
काँटों के झुरमुटों से घिरा है तू 
तुझे बता किसकी तलाश है?
डूब रही है तेरी कश्ती 
मयखाने के समुंदर में 
साहिल  नहीं है कोई 
बस लाश ही लाश हैं !
ग़मों से नाता तोड़ दे ,
खुदा के वास्ते होश में आ 
इन बेदर्द अंधेरों से निकल 
जिन्दगी की आगोश में आ !!
   

मंगलवार, 26 जुलाई 2011

मेरा अध्याय

                                                           कैसे कहूँ सब 
                                      कुछ तो रहने दो 
                                 इस खुली किताब में 
                                जो एक अध्याय मेरा है 
                               उसे मेरा ही रहने दो !
                               वो सतरंगी मोती 
                                जो मेरे दिल की गहराइयों 
                                 से निकलकर ,
                               बिखर गए हैं उन पन्नों पर 
                                मत समेटो 
                              वैसे ही रहने दो !
                                मेरा स्वयं वहीँ तो रहता है 
                               जहाँ चाँद जमीं पर उतरता है 
                              धरा पतंग बन जाती है ,
                           सागर गागर में आता है ,
                             श्वांस पवन बन जाती है !
                         यहीं तो मेरी कल्पना, 
                           पराकाष्ठ को छूती है 
                         और असंभव के आवरण 
                             से बाहर निकल,  
                           संभव में बदलते उन क्षणों को 
                            अपने में समेट कर 
                            दूर निकल जाती हूँ ! 
                            संतुष्ट हूँ कि यहाँ 
                              मेरे और स्वयं के बीच 
                               कोई नहीं है !
                             कुछ क्षण ही तो मेरे हैं 
                                  और कुछ जज्बात 
                         जो इस अध्याय में बंद हैं 
                               इन्हें यूँ ही बहने दो !
                             कैसे कहूँ सब 
                               कुछ तो रहने दो !!     

शनिवार, 23 जुलाई 2011

ख़्वाब एक ग़ज़ल

तू एक ऐसा ख़्वाब है 
जो जिस्म में ढलता ही नहीं 
मेरा ही हमसाया 
जो मेरे साथ चलता ही नहीं !
किस  मोम  से  बना  है तू 
जो मेरे ताप से पिघलता ही नहीं 
कितना बे असर हो गया है दिल मेरा 
जो लाख संभाले  से संभलता ही नहीं !
क्या तुझको मिलेगा 
यूँ ख़ाक में मिलाके मुझे 
तन्हाई में यूँ वक़्त गुजरता ही नहीं !
कैसे नासूर बन गए हैं 
ये जख्म मोहब्बत के 
कि कोई मरहम अब इनपे 
ठहरता ही नहीं !!

गुरुवार, 21 जुलाई 2011

उनकी प्रतीक्षा

                                                 छालों से भरी हैं उँगलियाँ 
हो रही लहू से लाल 
पर ना हिम्मत हुई है जख्मी 
ना मन में कोई मलाल !
बुनता जाऊँगा रस्सियाँ 
फंदे मैं कई हजार 
राह देखती आँखे 
उनका है इन्तजार !
वो गर्दनें जिनके ऊपर 
देत्यों का मस्तिष्क फड़कता  है 
जिनके नीचे बर्बरता का दिल धडकता है ,
जो महमां बने हुए वतन के 
काराग्रह के लाल 
उड़ा रहे शासन तंत्र की धज्जियाँ 
सुरक्षा बल हो रहे हलाल !
कल जिनके लिए फंदे मैं बुनता था 
वो देश पर मिटने वाले थे 
आज जिनके लिए बुनता हूँ मैं 
वो देश मिटाने वाले हैं !
कल जिगर में छाले होते थे 
आँखों में समंदर होते थे 
वो चूम के अपने होठों से 
इस फंदे को पहनते थे !
आज ये छाले मुझ पर हँसते है 
दिल खोल के छीटें कसते हैं 
जी करता है कुछ कर जाऊं ,
वो आयेंगे अब ये शक है मुझे 
बेहतर है खुद ही लटक जाऊं !
बन्दे मातरम !

रविवार, 17 जुलाई 2011

एक छोटी सी प्रेम कहानी जो इतिहास बन गई(rosh hanikra in israel) A love story between sea wave and mountain

                          तेरी बुलंदी और तटस्थता, 
                         तेरी धवलता और वो चुम्बकीय आकर्षण 
                        जो मुझे अनायास ही खींचता चला गया !
                        तेरे द्रगो के मौन आमंत्रण को पढ़ लिया था मैंने 
                        जिससे वशीभूत होकर ,तेरा स्पर्श पाने को आतुर 
                      तुझे छूने चली आई !
                   पर मेरी अपेक्षा के विपरीत तुझमे कोई हलचल न देख कर 
                   मायूस होकर लौट गई!
                  क्या वो सब मेरा भ्रम था ?
                   चाहत का अनादर सहना मेरे स्वभाव  में नहीं था 
                    तुम्हारे गुरूर को झुकाना 
                    मेरा लक्ष्य बन गया !
                      उद्वेग और उच्श्रन्ख्लता  से ,आहत मन से 
                     मैं नित्य तुम्हारे हर्दय पर प्रहार करने लगी !
                     तुम्हारे मौन तप को मैं  गुरूर समझ बैठी 
                   मेरे दिल से निकली आहों ने ,
                   आकाश और पाताल को झकझोर कर रख दिया !
                  धरा के अन्तः उर में तीव्र कम्पन उत्पन्न हुई, 
                    आकाश ने तुम्हारी तपस्या को भंग करने में 
                   दामिनी का सहारा लिया !
                  मेरा कद तुम्हारे मस्तक तक ऊँचा उठ गया 
                    दस्तक तुम्हारे कर्ण पटल तक पहुंची 
                  तुमने आँखे खोली ,
                       मुझे सामने खड़ा पाया! 
                    तुमने अपने हर्द्य के कपाट खोले 
                 और मुझे आलिंगन बध कर लिया, 
                 पूर्णतः अपने में विलीन कर लिया 
        और इस तरह  हम  इतिहास के साँचे में ढलते चले गए !

बुधवार, 13 जुलाई 2011

एसे मानव जीवन पर धिक्कार है धिक्कार है

I had written this poem that time when terrorist attack happened in delhi.And to day again bomb blast in bombay.seeing sobbing,screaming ,crying people over the dead bodies of their loving ones my burning shattered thoughts came up in this way....Is there any end.....

एसे मानव जीवन पर धिक्कार है धिक्कार है

मानव के फूटते ज्वालामुखी
लहू का बहता लावा
धराशाई होती इंसानियत
दम तोड़ता शासन तंत्र का दावा
कर्ण पटल को चीरती
ह्रदय विदारक चीखें
हौल के साए में घुट रही
देखो अमन की तारीखें
जाने कैसा इतिहास रच रही हैं
शहीदों की बढती मजारें
लहू से रंगी दीवारें
शवों की लम्बी कतारें 
जन जन का विचलित मन
कर रहा चीत्कार है चीत्कार है
एसे मानव जीवन पर धिक्कार है धिक्कार है !!

मंगलवार, 12 जुलाई 2011

इसराएल के कुछ रोमांचक क्षणों की यादेंsome thrilling,memorable,my favourite moments in Israel.इसराएल के कुछ रोमांचक क्षणों की यादें


This is the pic. of Gan Ha'SHlosha National Park
It lies on the Gilboa mountain and is one of the most famous resort locations in Israel.this is one of the most beautiful site and one of the 20 most beautiful sites in the world.the pond water is warm 28 digree c and you can comfortably swim throughout the year.this is surrounded by wide,shaded fields of grass,ornamental trees and play grounds. 

sorry i am unable to rotate this picture.

अपनी इसराएल यात्रा के कुछ क्षण एसे भी आये जो रोमांच से भरपूर थे कुछ डर भी लग रहा  था पर बाद में उन क्षणों का लुत्फ़ भी उठाया !अपनी यात्रा का वर्णन समाप्त करने से पहले कुछ तस्वीरें कुछ खट्टे मीठे अनुभव 

आप लोगों से शेयर करना चाहती हूँ !ऊपर  जो आप विडियो और फोटो देख रहे हैं (फोटो सीधा नहीं कर पाई सभी इसी एंगल के फोटो हैं बाद में कुछ सीधे डाल दूंगी )वह गेन हा श्लोषा  नेशनल पार्क नमक जगह है !प्राक्रतिक माहोल में बनी झील है इसका पानी का टेम्प्रेचर हमेशा २८ डिग्री रहता है !चारों और से   पहाड़ और झरनों से घिरा है !पहाड़ों से काफी नीचे जाकर बना है !पहले तो पहाड़ी रास्ता ही रोमांचक था !वहां का नजारा और भी रोमांचक चुम्बकीय था !उस झील में स्वीमिंग की तेयारी पहले से ही थी !परन्तु उसे देखकर मैं अपने गाइड से उसकी गहराई पूछने लगी तो उसने कहा इतनी अच्छी स्वीमिंग जानती हो तो यह प्रश्न क्यों ?गो एंड जम्प !डोंट वरी आई ऍम विद यू !फिर मैंने सही में जम्प कर दिया !    कोई डर नहीं लगा ,परन्तु स्वीमिंग करते करते जब अंडर वाटर करने लगी तो दहशत में आ गई मेरे नीचे आस पास हजारों फिश (मछलियाँ )तैर रही थी !उसे देख जल्दी से ऊपर आकर गाइड को आवाज़ लगाईं जो कुछ दूरी पर ही तैर रहा था !परन्तु उससे पहले लाइफ गार्ड आ पहुंचा वो कुछ अनहोनी ही समझा था मेरे बताने पर हंसने लगा बोला डोंट वरी फिश आर हार्मलेस मछलियाँ नुक्सान नहीं पहुंचाएगी खतरनाक जानवर यहाँ नहीं हैं !आराम से स्वीमिंग करो फिर मेरा गाइड भी बोला बस यही एक बात मैं तुमको बताना भूल गया था की तुम्हारे साथ फिश भी स्वीमिंग करेंगी !फिर आश्वस्त होकर हमने एक घंटा स्वीमिंग की !जब भी यह 
क्षण मैं याद करती हूँ तो हंसी आ जाती है !मैं वहां स्वीमिंग की पिक्चर नहीं ले पाई क्योंकि क्लिक करने के लिए आस पास कोई नहीं था मेरे कहने पर गाइड भी पहले ही पानी में था बाकि लोग दूर थे और किसी अनजान को केमरा भी नहीं दे सकते थे ऐसे में वाटर प्रूफ केमरे की कमी महसूस हो रही थी !अतः पानी से बहार की ही तस्वीरें आपसे शेयर कर पा रही हूँ !  
Now let us go to a dense forest.






at one place i asked him to take my picture with his revolver ,he agreed and gave me after emptying his revolver and said now you can play with this.
we went in to that forest through these round turned roads.
अब मैं आप लोगों को दूसरी जगह ले चलती हूँ जहाँ की याद आते ही आज भी डर सा लगता है !हम वहां माउन्टेन से होते हुए बहुत ऊँचे नीचे रास्ते से होते हुए एक घने जंगल में घूमने गए !जो पूर्णतः प्राकर्तिक  है कोई सफारी या पार्क नहीं बस घना फोरेस्ट है !जैसा  की पहले से ही निश्चित था कि आज कोई एडवेंचर ट्रिप करनी है सो चले गए !शुरू में तो कुछ पिकनिक पार्टी रास्ते में मिली बाद में जंगल घना और सुनसान होता चला गया कुछ डर लगने लगा !मैंने गाइड से पूछा क्या यहाँ जंगली जानवर रहते हैं उसने कहा येस कभी कभी जंगली हाथी ,कभी वाइल्ड  कैट   कभी वोल्फ जैसे जानवर आ जाते हैं !सुनते ही मेरी तो जान ही निकल गई पर उसने कहा गाडी से बहार नहीं निकलेंगे !मैंने पूछा रास्ते में आ गए तो उसने कहा  मैं शूट कर दूंगा मैं हंसने लगी कहा बिना गन   के ?उसने तुरंत अपने पिस्तोल निकल कर दिखाई जो वो मेरे साथ रोज   ही लेकर चलता था उसने तभी बताया !कुछ दूर जाने पर जब कोई जानवर नहीं दिखाई दिया तो मैं आश्वस्त हो गई रास्ते में एक जगह फोटो खीचने कि जिद कर बैठी !और एक टूटे पेड़ पर बैठकर फोटो खिचाया .कुछ देर विडियो भी बनाने लगी !उसने पिस्तोल हाथ में ले रखी थी और फोटो भी खीच रहा था.!उसी वक़्त उसने अचानक मुझे लगभग खीचते हुए कार का डोर खोलकर चीख कर अंदर जाने को कहा और एक दम खुद भी बैठ गया इससे पहले मैं कुछ पूछती उसने कहा कैन यू हियर दैट साउंड आप यह आवाज़ सुनो .....मैंने सुना ....अजीब गुन्न्नन्न गुन्न्न्न कि आवाज़ जो धीरे धीरे नजदीक आ रही थी उसने बताया हनी बीस का झुण्ड आ रहा है अटेक कर सकता है गाड़ी कि ए सी से भी घुस सकता है !फिर तेज गाडी कि रफ़्तार से हम आगे बढे !यह जंगल का सफ़र करीब २ घंटे का था रास्ते में कुछ जंगली गाय और दूर से हाथि लोटते हुए देखे शाम होते होते 
हम वापस  आ गए .
 now we are going at the point of snow skiing.this is an artificial snow atmosphere.the white coloured floor is made of thick n heavy rug in which very small holes of water has been made,because of that water shower foggy atmosphere is created.
these pictures are ckicked by me.i have not sket because of fear of falling and get hurt.But I liked that place.


now we are going to the place of para gliding..



i am standing at that exact point from where people jump with their kite shaped parachute.
now we are going to the place of para gliding.


this a cow shade equipped with all modern technology.where they draw milk of 20 cows together with machines. 
some other interesting pictures.....
Indian embessy was very close to our hotel.you can see where our flag flying.


I visited to horse stable also but have not done horse riding because of the bitter experience of horse riding during ooty trip at bangalore.

I visited a diamond factory also,where i clicked this diamond show.

now this is the time to say bye.thanx to bear my journey.this is incredible end of my beautiful,memorable trip to Israel.

शनिवार, 9 जुलाई 2011

FLOAT WITH ME IN DEAD SEA.अद्दभुत डेड सी के नज़ारे इस्राएल में And mysterious Masada

चलिए आज मैं आपको डेड सी पर घुमाने ले चलती हूँ !इस्राएल में आकर यदि डेड सी नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा !सबसे पहले मैं बता दूं कि डेड सी प्रथ्वी का दुनिया में सबसे निचली सतह पर है इस्राएल के पूरब इस्ट साइड में डेड सी है !इसको डेड सी इसलिए कहते हैं क्योंकि इसमें कोई भी पानी का जानवर अर्थात मछली मच्चर तक नहीं है !इसमें नमक कि मात्रा इतनी अधिक है कि कोई भी पानी का जानवर जिन्दा नहीं रह सकता और खास बात यह है कि हमारा शरीर इसमें डूब नहीं सकता चाहे भी तो भी नहीं केवल पानी के उपरी सतह पर लेट सकते  हैं पानी कि एक बूँद भी आँखों के लिए खतरनाक है !इसमें रेत नहीं है चिकनी काली मिटटी है जो शरीर के लिए फायदे मंद है जिसको लपेट कर ही पानी में जाते हैं ताकि नमक का पानी त्वचा को नुकसान न पंहुचाये !
Now a days Dead sea is a candidate for seven wonder on earth in world.
we were in shallow because of photography .but if you go in to deep it is same you can not drown even you can read a book just floating on water.no wave no fear very calm dead sea .really it is wonder.richest  in minerals and salt.its black clay,no sand is very useful to sooth your body skin.
About Masada
this is the model of water system was made in fortress during war against Roman
After Dead sea let us go to Masada now.Masada itself has a deep history.It has a very old big fortress.first it was built byJonathan the high Priest.Then in King Herodian period king Herod made this place as his hiding palace against his enemies.After his period Roman period came who was dead enemy of jewish.in that time jewish made this fortress their fighting point and sacrified their and their families lives at this fortress fighting against roman army.since that time people says that place is haunted now.spirits n ghosts can be seen during night time there.so nobody is allowed to stay there in night time. 
now this was the end of the day.before closing it I want to take you at my hotel swimming pool where I used to enjoy  and refresh before starting my new outing.

गुरुवार, 7 जुलाई 2011

A memorable tour to JERUSALEM and highest,most famousCHURCH.

This is that rock,stone sheet under which Jesus was buried.here people having faith touch that stone with their forhead.some times they become very imotional .यह वो पत्थर है जिसके नीचे जीसस को दफनाया गया था !इसको छूकर लोग दुआ मांगते हैं ,प्रार्थना करते हैं और भावुक हो जाते हैं !मैंने कई को आंसू बहते हुए भी देखा है !
I am standing before the Wailing Wall..
Mythological this palm print is of Jesus,where now i am fixing my palm.
THis is the Wailing Wall.

This is the most popular holi wall name Wailing Wall.where this side Israeli people worship ,pray and opposite side of this wall palestanien people worship and pray.and this side also there is a devision for men and women the left side of wall only male can go and the other side is for women to worship.photography was strictly banned eventhough i could manage to click with the help of a young girl.thanks to that girl.यह एक बहुत प्रसिद्द पवित्र दीवार है इसे वेलिंग वाल कहते हैं !इस दीवार के एक तरफ इस्राइली पूजा करते हैं और दूसरे तरफ पलेस्तीनी पूजा करते हैं !फोटो ग्राफी पूर्णतः वर्जित है !पर मैंने छुप कर एक लड़की की मदद से चित्र लिए हैं खतरा तो था परन्तु इस यादगार क्षण को कैद करना चाहती थी !वहां पर बिना कंधे ढके नहीं जाना होता वो भी बाद में पता चला !

this was the highest view point from where we can see whole Jerusalem.Back side of mine there is a big cemetry ,around thousands graves of famous and common  people exist there.There people have this misbelief that one day maseeha would come on the ride of a white donkey and enter this cemetry then all dead bodies will come in to alive.thats why each and every day some body come to that place with a white donkey .sorry i could not click that donkey.
 


these are Arabian  small girls.i clicked this picture when we were going through arabian old residencial street
these kids were not allowing us to take the picture thats why two other girls hide their face.It is so because they have been taught by their parents.ये अरब बच्चियां हैं बहुत प्यारी लग रही थी पर फोटो लेने पर हमे डांट रही थी शायद माँ बाप ने मन कर रखा होगा केवल एक का ही फोटो ले पाई उन दोनों ने मुह छिपा लिया !
Depart Haifa,we had been heading along the Coastal Highway. Ascend the Judean Hills.first we stoped at the top of Mount of Olives,the highest point in Jerusalem.Enjoy a breathtaking view of the old and new city.we started walking through the old city ,Arab Bazar,Mount Zion,KingDavid's tomb and mainly the holy church of the holi Sepulchre(place of Crucifixion and Burial)and Wailing Wall.Tomorrow
 I will take you to dead sea.

बुधवार, 6 जुलाई 2011

some important minded memoir of Israel.कुछ संजीदा जगह की तस्वीरें

from left to right side last one is LLAN RAMON and in the center you can see our indian astronaut KALPANA CHAVLA

Colonel LLAN RAMON first Israeli Astronaut and pilot took part in the bombing of the Iraqi nuclear centre was killed on 1st feb 2003 when the space shuttle ColumbiaSTS 107 crashed.


चलिए आज आपको कुछ ऐसी  जगह दिखाउंगी जहाँ मैंने भी नहीं सोचा था कि मैं यह सब देखूंगी !आपको याद होगा कि१ फरवरी  २००३ में स्पेस शटल कोलम्बिया एस टी एस १०७ जमीन  पर आने से पहले ही दुर्घटना ग्रस्त हो गया था उसमे हमारी भारतीय महिला एस्त्रोनौत कल्पना चावला भी थी उसमे एक पाइलट इसराइल का पहला एस्त्रोनौत लान रेमोन नाम का था !आज मैं उसी जगह पर खड़ी हूँ यह सीमेट्री ,कब्रगाह शिमरों नामक पहाड़ पर स्थित है !दुःख तो पहले ही यह सब देख कर हो रहा था वह घटना आँखों के सामने ताजा हो रही थी उससे भी बड़ा दुःख इस बात को जानकर हुआ कि इस घटना के पूरे चार साल बाद उस लान रेमन  का इक्कीस वर्षीय बेटा 
Colonel LLAN RAMON first Israeli Astronaut and pilot took part in the bombing of the Iraqi nuclear centre was killed on 1st feb 2003 when the space shuttle ColumbiaSTS 107 crashed.(right side)and his son CaptainASAF RAMON pilot killed in the air crashed at the age of 21yrs both are burried side by side at Tel Shimron cemetry.आप सोचेंगे की ग्रेव पर पत्थर क्यों रखे हैं मेरा भी पहला प्रश्न अपने गाइड से यही था ! मैं बताती हूँ ,'जब यह ग्रेव बनाई उस वक़्त वंहा कोई फूल नहीं थे बड़े बड़े अधिकारी गण,मंत्री लोग पंहुचे थे तब उन्होंने एक एक कर शोक प्रकट करने के लिए पत्थर रखे थे जिनको कोई छु नहीं सकता वही लिख रही हूँ जो मुझे बताया गया !
जो इसराइल हवाई सेना में कप्तान था उसी तरह हवाई दुर्घटना में मारा गया !फोटो में उन दोनों के बीच में खड़ी हूँ लेफ्ट साइड बेटे कि कब्र है जिसका नाम कप्तान असफ रेमन है !

यहाँ से कुछ ग़मगीन यादें लेकर वापस जाते हुए रोष हनिकरा होते हुए हम लेबनान बाडर पर पहुंचे !मैं बाडर के नजदीक पहुचना चाहती थी वहां सिक्युरिटी  बहुत टाईट थी शुरू में इस्राएली जवानो ने आपत्ति जताई परन्तु जब मेरे दोस्त ने मेरा परिचय दिया कि इंडिया के मिनिस्ट्री ऑफ़ डिफेंस से हैं तो मान गए और मेरे रिक्वेस्ट करने पर फोटो भी लेने दी ! ...देखिये कुछ फोटो ....वहां मैं दो बार गई !

एक बार फिर मैं अपने ग्रुप (हम लोग  सात थे मेरे और मेरे हसबेंड के अतिरिक्त पांच लोग ओर  रक्षा मंत्रालय के हमारे साथ थे )के साथ सिरिया बाडर पर भी गई ...देखिये कुछ फोटो !

उसके बाद हम यूं  एन  ऑफिस पहुचे वहां कम से कम पांच देशों के आर्मी हेड क्वार्टर्स हैं मुख्य गेट पर पांच तरह के झंडे लगे  हैं !इंडिया के आफिसर्स मेस में हम पहुच गए अपने इंडियन लोगों से काफी दिनों बाद मिलना हुआ बहुत अच्छा लगा! अच्छे आवभगत के बाद हम वापस चल दिए  ..देखिये कुछ फोटो !

आज के लिए बहुत हो गया कल मै आप लोगों को जेरोसेलम ले चलूंगी !विदा !