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गुरुवार, 26 फ़रवरी 2015

नेता जी (त्रिभंगी छंद)

त्रिभंगी छंद
हे भोले बकुले , श्यामल नकुले, अभिनय तेरा चोखा  है|
यूँ बैठा उखडू ,जैसे कुकडू ,कर को  जोड़े  ,धोखा है||
तेरे हथकंडे ,मत के फंडे, जाने सब ये, नारी है|
हे उजले तन के, गिरगिट मन के, जनता तुझपे, भारी है||


भांडे धुलवाओ,कुछ करवाओ, वोट मुझी को ,देना जी|
 सड़कें जापानी, बिजली पानी,वादा हमसे,लेना जी||
 हे सीता माता ,लक्ष्मण भ्राता, मैं सेवक हूँ ,बस तेरा|  
 मूँछे मुडवाऊँ, विष पी जाऊँ, जो वादे से,मुँह फेरा|| 

हाथों को जोड़े ,छल को ओढ़े, जन मत मांगे, नेता जी|
झूठी यादों का, बस वादों का ,पांसा फेंके, नेता जी||
वोटों की खातिर,नस नस शातिर, आये चलके, नेता जी|
दिल की मक्कारी, नीयत सारी,मुख पे झलके,नेता जी||
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