त्रिभंगी छंद
हे भोले बकुले , श्यामल नकुले, अभिनय तेरा चोखा है|
यूँ बैठा उखडू ,जैसे कुकडू ,कर को जोड़े ,धोखा है||
तेरे हथकंडे ,मत के फंडे, जाने सब ये, नारी है|
हे उजले तन के, गिरगिट मन के, जनता तुझपे, भारी है||
भांडे धुलवाओ,कुछ करवाओ, वोट मुझी को ,देना जी|
सड़कें जापानी, बिजली पानी,वादा
हमसे,लेना जी||
हे सीता माता ,लक्ष्मण भ्राता, मैं सेवक
हूँ ,बस तेरा|
मूँछे मुडवाऊँ, विष पी जाऊँ, जो वादे
से,मुँह फेरा||
हाथों को जोड़े ,छल को ओढ़े, जन मत मांगे, नेता जी|
झूठी यादों का, बस वादों का ,पांसा फेंके, नेता जी||
वोटों की खातिर,नस नस शातिर, आये चलके, नेता जी|
दिल की मक्कारी, नीयत सारी,मुख पे झलके,नेता जी||
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