रिमझिम सावन की फुहार आज मेरा भैय्या आएगा
आया तीजो का त्यौहार साथ मुझे लेके जाएगा
आया तीजो का त्यौहार साथ मुझे लेके जाएगा
अम्बर पे बादल छाये
सखियों ने झूले पाए
भाभी ने गायी कजरी
बाबा जी घेवर लाए
कर लूँ अब मैं तनिक सिंगार आज मेरा भैया आएगा
आया तीजो का त्यौहार साथ मुझे लेके जाएगा
दीवार पे कागा बोले
यादों की खिड़की खोले
अम्मा ने संदेसा भेजा
सुनसुन मेरा मन डोले
मायके से आया तार आज मोरा भैया आएगा
आया तीजो का त्यौहार साथ मुझे लेके जाएगा
ननदी जी सुनो जरा सा
कुछ कर लो काम जरा सा
चौका बर्तन करने को
क्यूँ मन है डरा डरा सा
मुझसे मत करना तकरार आज मेरा भैया आएगा
आया तीजो का त्यौहार साथ मुझे लेके जाएगा
सासू जी खाना पकालो
अपने कुनबे को खिलालो
सैंया जी छोड़ो दफ्तर
दोनों बच्चों को सँभालो
अब मैं हो जाऊँ तैयार आज मेरा भैया आएगा
आया तीजो का त्यौहार साथ मुझे लेके जाएगा