आज हमे द्रास से लेह पहुचना था अतः जल्दी चल पड़े !धीरे धीरे उंचाई बढ़ने लगी पहाड़िया ऊँची ऊँची आने लगी!खूबसूरत द्रश्य दिल को लुभा रहे थे !चुमाथांग के अद्दभुत हॉट स्प्रिंग को देखने की जिज्ञासा बढ़ रही थी !देखये रास्ते के कुछ द्रश्य!
रास्ते में झरने का पानी पिया जो बहुत शुद्द मीठा लगा !धीरेधीरे हम कारगिल की और बढ़ रहे थे!१९९९ कारगिल
वार की यादें जेहन में ताजा हो गई !रास्ते में कुछ युद्ध के समय के टूटे घर सेना के बंकर आज भी मोजूद हैं !परन्तु शहर शांत जीवंत दिखाई दिया !
कारगिल में थोड़ी देर रूककर हम अपनी मंजिल की और चलना था!सफ़र ठीक कट रहा था!दुर्गम रास्ता शुरू हो
चूका था! वन वे था फिर वही हुआ जिसकी चिंता थी रास्ते में एक टेंकर ट्रक ने रास्ता जाम कर दिया!और एक
घंटा खराब हो गया !देखिये वंहा की तस्वीर !एक घंटे बाद फिर चल दिए !रफ़्तार से जा रहे थे,रात होने से पहले
लेह पहुचना था ! फिर आगे खलसी जैसे ही पहुचे शाम होने वाली थी हमारे आगे आने वाले यू टर्न पर एक ट्रक
जो क्रेन से लोड था,उल्टा हो गया !वन वे था निकलने की कोई गुंजाइश नहीं थी!सेना और वंहा के लोग आपरेशन
में लगे हुए थे कई घंटे हो सकते थे अतः खलसी में ही वंही होटल में रात गुजारी !हमारा लक अच्छा था जंहा हम
फंसे वंही रोड पर होटल था!गाड़ी बैक करने की जरूरत ही नहीं पड़ी !हजारों गाड़ियाँ अटक गई फॅमिली वाले होटल ढूंड रहे थे !होटल में सामान रखकर हम भी आपरेशन देखने पहुच गए !सिर्फ एक विडियो ही साफ़ आया क्योंकि अँधेरा हो गया था !देखिये विडियो .......
बाद में वह आपरेशन काफी समय बाद सफल हुआ !सबने ताली बजाई भारत माता की जय बोली एक दूसरे को
बधाई दी !हमने होटल में ही टेंट के मजे भी लिए !खाना भी बहुत अच्छा था!सुबह वंहा से जल्दी चल दिए !
हम श्रीनगर से लेह के सबसे ऊँचे मार्ग पर थे!
दो तीन घंटे में हम लेह पहुच गए!वहां हमे आर्मी के ट्रांजिट केम्प में ब्रेक फास्ट करके चुमाथंग पहुंचना था!
फिर हम लगभग बारह बजे के करीब चुमाथांग के लिए चल दिए!वंहा से१३० किलो मीटर चलना था!उत्सुकता
और बढ़ रही थी !रास्ता खतरनाक हो चला था!वन वे था खतरनाक जानलेवा रंग बिरंगे पहाड़ थे अद्दभुत हिमालय अद्दभुत विस्मयकारी पहाड़ जिनके बीच से गुजर रहे थे!ड्राइवर की कुशलता पर हम सब की जान थी !
देखिये कुछ तस्वीरें .....
लगभग चार पांच घंटे में हम अपनी मंजिल पर पहुँच गए !वन्हां एक दुसरे को बधाई दी क्यूंकि सकुशल पहुँच
गए थे !उस रास्ते में लैंड स्लाइडिंग का सबसे अधिक खतरा रहता है ,बहुत जगह मिली !
चुमाथांग में पहुँच कर हमारी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था !इस वक़्त हम १४००० फीट की उंचाई पर थे!थोड़ी ही देर में आक्सीजन की कमी महसूस होने लगी ,जो हमे पहले से ही पता था!धीरे धीरे चलना पानी बार बार पीना लम्बे लम्बे सांस लेना जैसी हिदायतें दी गई थी!हम हॉट स्प्रिंग पॉइंट के बिलकुल पास वाले गेस्ट हॉउस में
रुके !सामन रखकर हॉटस्प्रिंग देखने पहुंचे !अजीब अद्दभुत कुदरत का नजारा था!जमीन के नीचे से उबलता हुआ पानी चल रहा था !पास नदी बह रही थी उसके किनारे बहुत सारे इसे पॉइंट थे जहां से उबलता हुआ पानी
निकल रहा था!कंही कंही पानी उछाल कर निकल रहा था!वह पानी प्राकर्तिक मेडिसिन का काम करता है!पीने
से पेट के रोग का निवारण होता है तथा नहाने से त्वचा ठीक रहती है!चुमाथांग का अर्थ ही ओषधि वाला पानी है!
कुछ तस्वीरे एवं दुर्लभ विडियो देखिये.......
देखिये इस पानी में हम अंडे उबाल कर खायेंगे !
यह टेंक आर्मी ने गर्म पानी को एकत्र करके रूम तक पाइप के द्वारा पहुचाने के लिए बनाया है!
अब आप अचंभित करने वाली विडियो देखिये यंहा मेरे पैर पर उबलता पानी के छीटें गिरते हैं शू पहनने पर
भी जलता है और मैं चिल्ला पड़ी !
एक और विडियो देखिये !
रात को सोने में परेशानी हुई एक दिन से अधिक रुक नहीं सकते थे !अतः सुबह जल्दी उठकर हॉट स्प्रिंग के पानी से नहा कर वापस चल दिए !परन्तु वो नज़ारे हमेशा के लिए दिल में बस गए !