हसरतों को न दिल में दबाया करो
असलियत पे न पर्दा गिराया करो
फूल तो यूँ शराफत के भी हैं खिले
तुम सभी को न काँटे बताया करो
क्या पता दुश्मनों में मिले यार भी
उंगलियाँ यूँ न सब पर उठाया करो
पत्थरों पे चलो और ठोकर मिले
पाँव को ध्यान से तुम बढाया करो
दोस्ती पे भरोसा नहीं ना सही
यूँ हवा में न बातें उड़ाया करो
पेट भर जाए उन का दया भाव से
इस तरह प्यार से तुम खिलाया करो
जिंदगी दूसरों की विरासत नहीं
शोहरत मेहनत से कमाया करो
वक़्त आने पे तुम पूछकर देखना
दोस्तों को कभी आजमाया करो
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तुम सभी को न काँटे बताया करो
जवाब देंहटाएंक्या पता दुश्मनों में मिले यार भी
उंगलियाँ यूँ न सब पर उठाया करो
पत्थरों पे चलो और ठोकर मिले
पाँव को ध्यान से तुम बढाया करो bahut sundar waah .....sach kaha aapne
जिंदगी दूसरों की विरासत नहीं
शोहरत मेहनत से कमाया करो
वक़्त आने पे तुम पूछकर देखना
दोस्तों को कभी आजमाया करो ....waah bahut khoob mehanat se mili shoharat ka swad kuch alag hi hota hai .bahut sundar najm badhai aapko rajeshkumari ji
वाह,
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया गज़ल राजेश जी...
पत्थरों पे चलो और ठोकर मिले
पाँव को ध्यान से तुम बढाया करो
बहुत खूब कहा...
सादर
अनु
जिंदगी दूसरों की विरासत नहीं
जवाब देंहटाएंशोहरत मेहनत से कमाया करो
वक़्त आने पे तुम पूछकर देखना
दोस्तों को कभी आजमाया करो
बहुत सुंदर प्रेरणात्मक पंक्तियाँ !
bahut khoob
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना..
जवाब देंहटाएंयकीन से दोस्ती हो तो दोस्ती
सुंदर होती है..
:-)
बहुत खूब..
जवाब देंहटाएंKalpana Atray
जवाब देंहटाएंbade hi khoobsurat andaaz mein dosti ke barre mein bataya hai.bahut sundar rajesh kumari ji
गजल पसंद करने पर आप सभी का शुक्रिया
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर गजल रची है आपने!
जवाब देंहटाएंआभार शास्त्री जी
हटाएंvery soothing ghazal
जवाब देंहटाएंbahut behtareen shabd chune hsi aapne badhai
जवाब देंहटाएंप्रभावित करती पंक्तियाँ.... बहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया .... पर यहाँ तो दूसरों पर उंगली उठाए बिना मानते ही नहीं ॥
जवाब देंहटाएंफूल तो यूँ शराफत के भी हैं खिले
जवाब देंहटाएंतुम सभी को न काँटे बताया करो
बहुत सुन्दर
behtareen prastuti, swagat hai en pankyio se"n aaya kro gr, to khud bulaya kao,dosti dosto se nibhaya kro"
जवाब देंहटाएंक्या पता दुश्मनों में मिले यार भी
जवाब देंहटाएंउंगलियाँ यूँ न सब पर उठाया करो
...बहुत खूब! बेहतरीन गज़ल...
bahut sundar panktiyan .....
जवाब देंहटाएंप्रभावित करती प्रेरणात्मक पंक्तियाँ.... बहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंदोस्ती पे भरोसा नहीं ना सही
जवाब देंहटाएंयूँ हवा में न बातें उड़ाया करो
पेट भर जाए उन का दया भाव से
इस तरह प्यार से तुम खिलाया करो
बेहतरीन गज़ल ।
bahut sundar panktiya rajesh jee...... sach aese hi to chalti hai ye dil ki kalam
जवाब देंहटाएंhabut sundhar hai
जवाब देंहटाएंhabut sundhar hai
जवाब देंहटाएंaj kl dosti bhi kya gajb ki dosti hai,jra sa fayda dekha to patta kat deti hai
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