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सोमवार, 3 सितंबर 2012

दोस्तों को कभी आजमाया करो


हसरतों को  दिल में दबाया करो 
असलियत पे पर्दा गिराया करो 
फूल तो यूँ शराफत के भी हैं खिले 
तुम सभी को काँटे बताया करो 
क्या पता दुश्मनों में मिले यार भी 
उंगलियाँ यूँ सब पर उठाया करो 
पत्थरों पे चलो और ठोकर मिले  
पाँव को ध्यान से तुम बढाया करो 
दोस्ती पे भरोसा  नहीं ना सही  
यूँ हवा में बातें उड़ाया करो 
पेट  भर जाए उन का दया भाव से 
इस तरह प्यार से तुम खिलाया करो 
जिंदगी दूसरों की विरासत नहीं 
शोहरत मेहनत से कमाया करो 
वक़्त आने पे तुम पूछकर  देखना  
दोस्तों को कभी  आजमाया करो 
*****************************

24 टिप्‍पणियां:

  1. तुम सभी को न काँटे बताया करो
    क्या पता दुश्मनों में मिले यार भी
    उंगलियाँ यूँ न सब पर उठाया करो
    पत्थरों पे चलो और ठोकर मिले
    पाँव को ध्यान से तुम बढाया करो bahut sundar waah .....sach kaha aapne
    जिंदगी दूसरों की विरासत नहीं
    शोहरत मेहनत से कमाया करो
    वक़्त आने पे तुम पूछकर देखना
    दोस्तों को कभी आजमाया करो ....waah bahut khoob mehanat se mili shoharat ka swad kuch alag hi hota hai .bahut sundar najm badhai aapko rajeshkumari ji

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  2. वाह,
    बहुत बढ़िया गज़ल राजेश जी...
    पत्थरों पे चलो और ठोकर मिले
    पाँव को ध्यान से तुम बढाया करो
    बहुत खूब कहा...

    सादर
    अनु

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  3. जिंदगी दूसरों की विरासत नहीं
    शोहरत मेहनत से कमाया करो
    वक़्त आने पे तुम पूछकर देखना
    दोस्तों को कभी आजमाया करो

    बहुत सुंदर प्रेरणात्मक पंक्तियाँ !

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  4. बहुत सुंदर रचना..
    यकीन से दोस्ती हो तो दोस्ती
    सुंदर होती है..
    :-)

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  5. Kalpana Atray

    bade hi khoobsurat andaaz mein dosti ke barre mein bataya hai.bahut sundar rajesh kumari ji

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  6. गजल पसंद करने पर आप सभी का शुक्रिया

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  7. प्रभावित करती पंक्तियाँ.... बहुत बढ़िया

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  8. बहुत बढ़िया .... पर यहाँ तो दूसरों पर उंगली उठाए बिना मानते ही नहीं ॥

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  9. फूल तो यूँ शराफत के भी हैं खिले
    तुम सभी को न काँटे बताया करो

    बहुत सुन्दर

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  10. behtareen prastuti, swagat hai en pankyio se"n aaya kro gr, to khud bulaya kao,dosti dosto se nibhaya kro"

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  11. क्या पता दुश्मनों में मिले यार भी
    उंगलियाँ यूँ न सब पर उठाया करो

    ...बहुत खूब! बेहतरीन गज़ल...

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  12. प्रभावित करती प्रेरणात्मक पंक्तियाँ.... बहुत बढ़िया

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  13. दोस्ती पे भरोसा नहीं ना सही
    यूँ हवा में न बातें उड़ाया करो
    पेट भर जाए उन का दया भाव से
    इस तरह प्यार से तुम खिलाया करो

    बेहतरीन गज़ल ।

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  14. bahut sundar panktiya rajesh jee...... sach aese hi to chalti hai ye dil ki kalam

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