(१)
झुके नयन
लाज का वो पहरा
दोनों खामोश
बोलती धड़कने
अनबूझे सवाल
(२)
भीगे नयन
ग़मों की बरसात
गीला तकिया
कैसे कटे रतिया
मेरे मन बसिया
(३)
मिले नयन
नेह की अभिव्यक्ति
मौन सन्देश
पहली मुलाकात
दिल में बसी याद
(४)
बुझे नयन
बेरंग जिंदगानी
शून्य निगाहें
लेकिन स्वाभिमानी
एक सच्ची कहानी
(५)
लाल नयन
क्रोधाग्नि में संतप्त
खौलता खून
खुला जब त्रिनेत्र
भस्म हुआ सम्पूर्ण
(६)
दिव्य नयन
आलौकिक नजर
श्री भगवन
कमल नयनम
शत शत नमन
*********
सभी क्षणिकाएँ बहुत सुन्दर हैं।
जवाब देंहटाएंनयन की कई भाषाएँ दिखी इन क्षणिकाओं में ....
जवाब देंहटाएंसुंदर ....
साभार !!
बहुत सुन्दर राजेश जी....
जवाब देंहटाएंमात्राओं की बंदिश के बावजूद बेहतरीन अभिव्यक्ति...
सुन्दर...
अनु
नयन की भाषा नयन ही जाने ..बहुत सुन्दर..
जवाब देंहटाएंनयन की विभिन्नता और विशेषता
जवाब देंहटाएंचित्रमय सुन्दर प्रस्तुति..
:-)
आपकी सभी रचनाऐ लाजबाब लगी,,,,,बधाई,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST ...: आई देश में आंधियाँ....
नयनों में कितना कुछ..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ...सारे आयाम लिख दिये नयन के
जवाब देंहटाएंनयनों की भाषा ,नयनों की अभिव्यक्ति को आपने सशक्त अभिव्यक्ति दी मैं तो कायल हो गया आपका ,
जवाब देंहटाएंअद्भुत निर्मल नयनाभिराम , प्रणाम . हरियाली की शुभकामनाएं ..
बहुत खूब लिखा है इस रचना के लिए आभार
जवाब देंहटाएंतांका ...बहुत सुन्दर है विषय एक पर अलग अलग भाव ...सुन्दर
जवाब देंहटाएंजबरदस्त तांका ... इस शैली में पूरी महारत है आपको ... बधाई ...
जवाब देंहटाएंभीगे नयन
जवाब देंहटाएंग़मों की बरसात
गीला तकिया
कैसे कटे रतिया
मेरे मन बसिया
(३)बढिया ताका .बधाई सभी बिम्ब बड़े सजीव और मनोहर रहे .
इन नयनों की तलाश में तो लिखने से अधिक मेहनत करनी पड़ी होगी।:) सटीक चित्र, शब्दों को अभिव्यक्त करते हुए।
जवाब देंहटाएंBehad sundar rachnayen aur unse mel khatee tasveeren!
जवाब देंहटाएंनयन में भरकर आपने जीवन के कई रहस्यों को उजागर कर दिया। बधाई।
जवाब देंहटाएंभीगे नयन
जवाब देंहटाएंग़मों की बरसात
गीला तकिया
कैसे कटे रतिया
मेरे मन बसिया
...बहुत खूब! सभी तांका बहुत सुन्दर और प्रभावी...
इतनी सुंदर अभिव्यक्ति और अंत में सभी रस शांत रस में मिलते हुए।
जवाब देंहटाएंआनंद आ गया इस रचना में ...
जवाब देंहटाएंबधाई !