मेरे सभी मित्रों को शिवरात्री की शुभकामनाएं
आज शिवरात्री है गाँव में सावन के झूले पड़े हैं बस गीत सुनना बाकी है चलो मैं सुना देती हूँ एक ऐसा लोक गीत जो शायद मेरे जन्म से पहला है ओर मेरे बाद भी चलता रहे गा|
शिव शंकर चले कैलास बुंदिया पड़ने लगी
शिव शंकर चले कैलास बुंदिया पड़ने लगी
पार्वती ने बोई हरी -हरी मेहँदी (२)
शिव शंकर जी भांग उगाय ,बुंदिया पड़ने लगी
शिव शंकर चले कैलास बुंदिया पड़ने लगी
पार्वती ने कूटी हरी- हरी मेंहदी (२)
शिवशंकर ने घोट लियो भांग ,बुंदिया पड़ने लगी
शिव शंकर चले कैलास बुंदिया पड़ने लगी
पार्वती की रच गई हरी -हरी मेंहदी (२)
शिवशंकर को चढ़ गई भांग ,बुंदिया पड़ने लगी
शिव शंकर चले कैलास बुंदिया पड़ने लगी
पार्वती जी नहाई हल्दी चन्दन के लेप से (२)
शिवशंकर भभूत लगाय ,बुंदिया पड़ने लगी
शिव शंकर चले कैलास बुंदिया पड़ने लगी
पार्वती ने पहनी मुतियन की माला (२)
भोले शंकर ने नाग लिपटाय,बुंदिया पड़ने लगी
शिव शंकर चले कैलास बुंदिया पड़ने लगी
पार्वती ने डाले रेशम के झूले (२)
शिवशंकर जी पेंग बढ़ाय ,बुंदिया पड़ने लगी
शिव शंकर चले कैलास बुंदिया पड़ने लगी||
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बहुत सुन्दर राजेश जी.....
जवाब देंहटाएंरचना तो बहुत प्यारी है ..
मगर आज शिवरात्री???? शिवरात्री याने भोले बाबा के विवाह कि रात...उसे तो हम फाल्गुन/माघ मास में मनाते हैं न??
सादर
अनु
पंचांग के मुताबिक आज शिव चतुर्दशी या मंगला गौरी व्रत है...
जवाब देंहटाएंइस दिन की क्या महत्ता है इसका मुझे ज्ञान नहीं..
सादर
अनु
सारी अनु जी कल की जगह आज लिख दिया उत्तर प्रदेश में बाकी जगह का मुझे ज्ञान नहीं इस श्रावण मॉस में भी ये शिवरात्री का त्यौहार मनाया जाता है कांवड़ये दूर दूर से आकर गंगा जल हरिद्वार से लाकर शिव पर चढाते हैं तीज त्यौहार के भी तैयारी शुरू हो जाती है जो २२ तारिख को है झूले पड़ने लगे हैं
जवाब देंहटाएंराजेश जी आपको भी अनंत शुभकामनाएं...
हटाएंआज कल वाली बात नहीं....मुझे तो त्यौहार का ही पता न था...हम तो शिव-पार्वती जी के विवाह के दिन को ही शिवरात्री के नाम से मनाते हैं :-)
सादर
अनु
सावन के महीने मे झूला झूलते हुये हम यही गीत गाया करते थे आज वो ही यादें ताज़ा कर दीं।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर राजेश जी..आप को शिवरात्रि की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंशिवरात्री की शुभकामनयें ... सुन्दर गीत शब्द भावमय रचना के साथ ...
जवाब देंहटाएंजय भोले ...
जवाब देंहटाएंसावन और शिवरात्रि -- दोनों की शुभकामनाएं .
जवाब देंहटाएंसुन्दर गीत .
यह अजीब बात है कि शिव के वैवाहिक जीवन में इतना कुछ उल्टा-पुल्टा रहा,फिर भी केवल उनकी ही शादी की वर्षगांठ भक्तों में मनाए जाने की परम्परा है।
जवाब देंहटाएंसुंदर गीत है ..
जवाब देंहटाएंसुना देती तो बढिया होता ..
समग्र गत्यात्मक ज्योतिष
आप सभी को भी शिवरात्रि की शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंआपको भी शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएं............
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