from left to right side last one is LLAN RAMON and in the center you can see our indian astronaut KALPANA CHAVLA
Colonel LLAN RAMON first Israeli Astronaut and pilot took part in the bombing of the Iraqi nuclear centre was killed on 1st feb 2003 when the space shuttle ColumbiaSTS 107 crashed.
चलिए आज आपको कुछ ऐसी जगह दिखाउंगी जहाँ मैंने भी नहीं सोचा था कि मैं यह सब देखूंगी !आपको याद होगा कि१ फरवरी २००३ में स्पेस शटल कोलम्बिया एस टी एस १०७ जमीन पर आने से पहले ही दुर्घटना ग्रस्त हो गया था उसमे हमारी भारतीय महिला एस्त्रोनौत कल्पना चावला भी थी उसमे एक पाइलट इसराइल का पहला एस्त्रोनौत लान रेमोन नाम का था !आज मैं उसी जगह पर खड़ी हूँ यह सीमेट्री ,कब्रगाह शिमरों नामक पहाड़ पर स्थित है !दुःख तो पहले ही यह सब देख कर हो रहा था वह घटना आँखों के सामने ताजा हो रही थी उससे भी बड़ा दुःख इस बात को जानकर हुआ कि इस घटना के पूरे चार साल बाद उस लान रेमन का इक्कीस वर्षीय बेटा
Colonel LLAN RAMON first Israeli Astronaut and pilot took part in the bombing of the Iraqi nuclear centre was killed on 1st feb 2003 when the space shuttle ColumbiaSTS 107 crashed.(right side)and his son CaptainASAF RAMON pilot killed in the air crashed at the age of 21yrs both are burried side by side at Tel Shimron cemetry.आप सोचेंगे की ग्रेव पर पत्थर क्यों रखे हैं मेरा भी पहला प्रश्न अपने गाइड से यही था ! मैं बताती हूँ ,'जब यह ग्रेव बनाई उस वक़्त वंहा कोई फूल नहीं थे बड़े बड़े अधिकारी गण,मंत्री लोग पंहुचे थे तब उन्होंने एक एक कर शोक प्रकट करने के लिए पत्थर रखे थे जिनको कोई छु नहीं सकता वही लिख रही हूँ जो मुझे बताया गया !
जो इसराइल हवाई सेना में कप्तान था उसी तरह हवाई दुर्घटना में मारा गया !फोटो में उन दोनों के बीच में खड़ी हूँ लेफ्ट साइड बेटे कि कब्र है जिसका नाम कप्तान असफ रेमन है !
यहाँ से कुछ ग़मगीन यादें लेकर वापस जाते हुए रोष हनिकरा होते हुए हम लेबनान बाडर पर पहुंचे !मैं बाडर के नजदीक पहुचना चाहती थी वहां सिक्युरिटी बहुत टाईट थी शुरू में इस्राएली जवानो ने आपत्ति जताई परन्तु जब मेरे दोस्त ने मेरा परिचय दिया कि इंडिया के मिनिस्ट्री ऑफ़ डिफेंस से हैं तो मान गए और मेरे रिक्वेस्ट करने पर फोटो भी लेने दी ! ...देखिये कुछ फोटो ....वहां मैं दो बार गई !
एक बार फिर मैं अपने ग्रुप (हम लोग सात थे मेरे और मेरे हसबेंड के अतिरिक्त पांच लोग ओर रक्षा मंत्रालय के हमारे साथ थे )के साथ सिरिया बाडर पर भी गई ...देखिये कुछ फोटो !
उसके बाद हम यूं एन ऑफिस पहुचे वहां कम से कम पांच देशों के आर्मी हेड क्वार्टर्स हैं मुख्य गेट पर पांच तरह के झंडे लगे हैं !इंडिया के आफिसर्स मेस में हम पहुच गए अपने इंडियन लोगों से काफी दिनों बाद मिलना हुआ बहुत अच्छा लगा! अच्छे आवभगत के बाद हम वापस चल दिए ..देखिये कुछ फोटो !
आज के लिए बहुत हो गया कल मै आप लोगों को जेरोसेलम ले चलूंगी !विदा !
memorable photographs.
जवाब देंहटाएंआपकी ये यात्रा वाकई में यादगार रही है, फ़ोटो भी एक से बढकर एक है।
जवाब देंहटाएंप्रतिबंधित इलाके में भी आपका डिफेन्स काम आ गया...और हमें दुर्लभ फोटो देखने को मिल गयीं...
जवाब देंहटाएंराजेश कुमारी जी!
जवाब देंहटाएंआपकी इस उत्कृष्ट प्रवि्ष्टी की चर्चा आज शुक्रवार के चर्चा मंच पर भी की गई है!
यदि किसी रचनाधर्मी की पोस्ट या उसके लिंक की चर्चा कहीं पर की जा रही होती है, तो उस पत्रिका के व्यवस्थापक का यह कर्तव्य होता है कि वो उसको इस बारे में सूचित कर दे। आपको यह सूचना केवल उद्देश्य से दी जा रही है!
दुर्लभ तस्वीरे दिखने के लिए धन्यवाद् |
जवाब देंहटाएंयह चित्र साधारणतया देखने को नहीं मिलते हैं।
जवाब देंहटाएंसचित्र वृतान्त अच्छा लगा ...आभार इस प्रस्तुति के लिये ।
जवाब देंहटाएंmemorable photographs.
जवाब देंहटाएंदुर्लभ तस्वीरे दिखने और शेयर करने के लिये बहुत बहुत आभार,
जवाब देंहटाएंअच्छी तस्वीरें सांझा करने के लिए बधाई
जवाब देंहटाएंआशा
Very informative and different. Looks like you have so many friends out there.
जवाब देंहटाएंWaiting eagerly for Jerusalem
aapke blog me bahut kuchh jaanne dekhne ko mila. aabhar.
जवाब देंहटाएंSunder photos ...Thanks for sharing
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