गीत
के
जिससे
बहलती
शाम
है
माँ
उसी
संगीत
का
ही
नाम
है
माँ
बिना
तो
नज़्म
भी
पूरी
नही
हर ग़ज़ल की तर्ज़ भी
नाकाम
है
आज जिस
आकाश
पर
मैं
उड़
रही
ये उसी
आशीष
का
परिणाम
है
गोद
में
उसकी
हमेशा
सोचती
अब यहाँ
आराम
ही
आराम
है
जिंदगी
की
दौड़
जब
मैं
जीतती
आज भी
देती
मुझे
ईनाम
है
याद
में
उसकी
भरी
संदूकची
ये धरोहर
प्यार
की
बेदाम
है
माँ
नही
तो
'राज'अब
ये
सोचती
बिन
तिरे
मेरा
कहाँ
अब
धाम
है
दीप
रोशन
कर
मुझे
ख़ुद
बुझ
गया
रोशनी
अब
बाँटना
निज़
काम
है
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बहुत सुन्दर रचना....
जवाब देंहटाएंसच्ची माँ से सुन्दर और क्या होगा इस जहाँ में....
सादर
अनु
वाह!!! बहुत बढ़िया | आनंदमय | आभार
जवाब देंहटाएंकभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
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दीप रोशन कर मुझे ख़ुद बुझ गया
जवाब देंहटाएंरोशनी अब बाँटना निज़ काम है
...बहुत सुन्दर रचना...माँ से बढ़कर और कौन मार्गदर्शक हो सकता है इस संसार में...
बहुत सुंदर .... माँ से बढ़कर क्या
जवाब देंहटाएंयाद में उसकी भरी संदूकची
जवाब देंहटाएंये धरोहर प्यार की बेदाम है,,,
बहुत उम्दा सुंदर गजल ,आभार
Recent Post : अमन के लिए.
कहाँ प्रेम का मोल मिलेगा?
जवाब देंहटाएंमन की गहराइयों से लिखी गई इस गज़ल के लिए बधाई........
जवाब देंहटाएंअनमोल मोती*** गीत के जिससे बहलती शाम है
जवाब देंहटाएंमाँ उसी संगीत का ही नाम है
माँ बिना तो नज़्म भी पूरी नही
हर ग़ज़ल की तर्ज़ भी नाकाम है
आज जिस आकाश पर मैं उड़ रही
ये उसी आशीष का परिणाम है
गोद में उसकी हमेशा सोचती
अब यहाँ आराम ही आराम है
जिंदगी की दौड़ जब मैं जीतती
आज भी देती मुझे ईनाम है
याद में उसकी भरी संदूकची
ये धरोहर प्यार की बेदाम है
माँ नही तो 'राज'अब ये सोचती
बिन तिरे मेरा कहाँ अब धाम है
दीप रोशन कर मुझे ख़ुद बुझ गया
रोशनी अब बाँटना निज़ काम है
नवरात्रों की बहुत बहुत शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंआपके ब्लाग पर बहुत दिनों के बाद आने के लिए माफ़ी चाहता हूँ
बहुत खूब बेह्तरीन अभिव्यक्ति!शुभकामनायें
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
मेरी मांग
बहुत उम्दा पोस्ट ...
जवाब देंहटाएंहां तुम हो 'मेरी माँ' ।
नहीं बदला तुमने कोई चोला
न ही पहना कोई मुखौटा
प्यार ही तेरा रूप था
प्यार ही तेरा रूप है।
मेरी पहली पोस्ट : : माँ
'माँ'एक शब्द में सारी सृष्टि छिपी हुई है!
जवाब देंहटाएंजीवन को व्यक्त करती
जवाब देंहटाएंयथार्थ की जमीन से जुडी
भावुक रचना
उत्कृष्ट प्रस्तुति
गोद में उसकी हमेशा सोचती
जवाब देंहटाएंअब यहाँ आराम ही आराम है
सुखद....