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मंगलवार, 7 अगस्त 2012

फौजी आया गाँव में

सुगंध सुहानी आयेंगी  इस मोड़ के बाद 
यादें गाँव की लाएंगी  इस मोड़ के बाद 
जिस नीम पे झूला करता था बचपन मेरा 
वही डालियाँ बुलाएंगी इस मोड़ के बाद 
अब तक बसी हैं ऋतुएँ जो  मेरी साँसों में
देखो अभी मह्कायेंगी इस मोड़ के बाद 
बिछुड़ गई थी दोस्ती जीवन की राहों में 
वो झप्पियाँ बरसाएंगी इस मोड़ के बाद 
नखरों से खाते थे जिन हाथों से निवाले 
वो अंगुलियाँ तरसायेंगी इस मोड़ के बाद 
मचल रही होंगी बड़ी भाभी और बहनिया 
बैग मेरा खुलवायेंगी इस मोड़ के बाद 
समझ  लेता था मैं जिनके मन की भाषाएँ 
वो गइयां पूंछ हिलाएंगी इस मोड़ के बाद 
देख के फौजी वर्दी में  भर आयेंगी आँखें
माँ आँचल में छुपायेंगी  इस मोड़ के बाद 
मिलती हैं जो जाकर मेरे घर के द्वार से 
 पगडंडियाँ अब आयेंगी इस मोड़ के बाद
      ********* 

18 टिप्‍पणियां:

  1. देख के फौजी वर्दी में भर आयेंगी आँखें
    माँ आँचल में छुपायेंगी इस मोड़ के बाद
    मिलती हैं जो जाकर मेरे घर के द्वार से
    पगडंडियाँ अब आयेंगी इस मोड़ के बाद... फौजी , नाम से ही आँखों में बहुत कुछ आ जाता है

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  2. देख के फौजी वर्दी में भर आयेंगी आँखें
    माँ आँचल में छुपायेंगी इस मोड़ के बाद
    मिलती हैं जो जाकर मेरे घर के द्वार से
    पगडंडियाँ अब आयेंगी इस मोड़ के बाद....बहुत भावपूर्ण सुन्दर रचना..

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  3. देख के फौजी वर्दी में भर आयेंगी आँखें
    माँ आँचल में छुपायेंगी इस मोड़ के बाद

    बहुत भावपूर्ण रचना..

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  4. वाह..एक फौजी के दिल को बखूबी बयां करती सुंदर पंक्तियाँ..

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  5. शीर्षक में ही मर्म छुपा है .
    बढ़िया रचना .

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  6. बहुत ही प्यारी रचना..न जाने कितने कोमल भावों के साथ..

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  7. बहुत-बहुत सुन्दर...
    भावप्रद और दिल को छू लेनेवाली रचना..
    :-)

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  8. एक फौजी के मनोभावों को उसके घर आने की दशा मे आपने कवित्त के माध्यम से बखूबी व्यक्त किया है। क्रांतिस्वर पर आपकी विश्लेषणात्मक टिप्पणी हेतु धन्यवाद।

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  9. बहुत अच्छी प्रस्तुति! मेरे नए पोस्ट "छाते का सफरनामा" पर आपका हार्दिक अभिनंदन है। धन्यवाद।

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  10. अनुपम भावमय प्रस्तुति.
    घर लौटते हुए फौजी की मनोदशा का
    बहुत ही खूबसूरती से चित्रिण किया है आपने.
    आपके सुन्दर गीत के लिए हार्दिक आभार.

    आपको कृष्णजन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ.

    समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईएगा,राजेश जी.
    'फालोअर्स और ब्लॉग्गिंग'पर मेरा मार्ग दर्शन कीजियेगा,प्लीज.

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  11. मनोरम भाव चित्र संजोया है रचना में .कृपया यहाँ भी पधारें -
    शनिवार, 11 अगस्त 2012
    Shoulder ,Arm Hand Problems -The Chiropractic Approachhttp://veerubhai1947.blogspot.com/

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  12. खुबसूरत
    फौजी के सुन्दर भाव-
    बधाई ||

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  13. माँ आँचल में छुपायेंगी इस मोड़ के बाद
    मिलती हैं जो जाकर मेरे घर के द्वार से
    फौजी के दिल को बखूबी बयां करती सुंदर पंक्तियाँ......!!!!

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  14. आज आपके ब्लॉग पर बहुत दिनों बाद आना हुआ अल्प कालीन व्यस्तता के चलते मैं चाह कर भी आपकी रचनाएँ नहीं पढ़ पाया. व्यस्तता अभी बनी हुई है लेकिन मात्रा कम हो गयी है...:-)

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  15. waah army mujhe hamesha se bahut bahut akrshit karti hai ..bahut accha likha hai aapne is par ..

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