सुगंध सुहानी आयेंगी इस मोड़ के बाद
यादें गाँव की लाएंगी इस मोड़ के बाद
जिस नीम पे झूला करता था बचपन मेरा
वही डालियाँ बुलाएंगी इस मोड़ के बाद
अब तक बसी हैं ऋतुएँ जो मेरी साँसों में
देखो अभी मह्कायेंगी इस मोड़ के बाद
बिछुड़ गई थी दोस्ती जीवन की राहों में
वो झप्पियाँ बरसाएंगी इस मोड़ के बाद
नखरों से खाते थे जिन हाथों से निवाले
वो अंगुलियाँ तरसायेंगी इस मोड़ के बाद
मचल रही होंगी बड़ी भाभी और बहनिया
बैग मेरा खुलवायेंगी इस मोड़ के बाद
समझ लेता था मैं जिनके मन की भाषाएँ
वो गइयां पूंछ हिलाएंगी इस मोड़ के बाद
देख के फौजी वर्दी में भर आयेंगी आँखें
माँ आँचल में छुपायेंगी इस मोड़ के बाद
मिलती हैं जो जाकर मेरे घर के द्वार से
पगडंडियाँ अब आयेंगी इस मोड़ के बाद
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देख के फौजी वर्दी में भर आयेंगी आँखें
जवाब देंहटाएंमाँ आँचल में छुपायेंगी इस मोड़ के बाद
मिलती हैं जो जाकर मेरे घर के द्वार से
पगडंडियाँ अब आयेंगी इस मोड़ के बाद... फौजी , नाम से ही आँखों में बहुत कुछ आ जाता है
देख के फौजी वर्दी में भर आयेंगी आँखें
जवाब देंहटाएंमाँ आँचल में छुपायेंगी इस मोड़ के बाद
मिलती हैं जो जाकर मेरे घर के द्वार से
पगडंडियाँ अब आयेंगी इस मोड़ के बाद....बहुत भावपूर्ण सुन्दर रचना..
देख के फौजी वर्दी में भर आयेंगी आँखें
जवाब देंहटाएंमाँ आँचल में छुपायेंगी इस मोड़ के बाद
बहुत भावपूर्ण रचना..
वाह..एक फौजी के दिल को बखूबी बयां करती सुंदर पंक्तियाँ..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चित्रगीत!
जवाब देंहटाएंशीर्षक में ही मर्म छुपा है .
जवाब देंहटाएंबढ़िया रचना .
बहुत ही प्यारी रचना..न जाने कितने कोमल भावों के साथ..
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत सुन्दर...
जवाब देंहटाएंभावप्रद और दिल को छू लेनेवाली रचना..
:-)
मन को छू गयी आपकी रचना
जवाब देंहटाएंएक फौजी के मनोभावों को उसके घर आने की दशा मे आपने कवित्त के माध्यम से बखूबी व्यक्त किया है। क्रांतिस्वर पर आपकी विश्लेषणात्मक टिप्पणी हेतु धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति! मेरे नए पोस्ट "छाते का सफरनामा" पर आपका हार्दिक अभिनंदन है। धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंअनुपम भावमय प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंघर लौटते हुए फौजी की मनोदशा का
बहुत ही खूबसूरती से चित्रिण किया है आपने.
आपके सुन्दर गीत के लिए हार्दिक आभार.
आपको कृष्णजन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ.
समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईएगा,राजेश जी.
'फालोअर्स और ब्लॉग्गिंग'पर मेरा मार्ग दर्शन कीजियेगा,प्लीज.
मनोरम भाव चित्र संजोया है रचना में .कृपया यहाँ भी पधारें -
जवाब देंहटाएंशनिवार, 11 अगस्त 2012
Shoulder ,Arm Hand Problems -The Chiropractic Approachhttp://veerubhai1947.blogspot.com/
खुबसूरत
जवाब देंहटाएंफौजी के सुन्दर भाव-
बधाई ||
माँ आँचल में छुपायेंगी इस मोड़ के बाद
जवाब देंहटाएंमिलती हैं जो जाकर मेरे घर के द्वार से
फौजी के दिल को बखूबी बयां करती सुंदर पंक्तियाँ......!!!!
आज आपके ब्लॉग पर बहुत दिनों बाद आना हुआ अल्प कालीन व्यस्तता के चलते मैं चाह कर भी आपकी रचनाएँ नहीं पढ़ पाया. व्यस्तता अभी बनी हुई है लेकिन मात्रा कम हो गयी है...:-)
जवाब देंहटाएंwaah army mujhe hamesha se bahut bahut akrshit karti hai ..bahut accha likha hai aapne is par ..
जवाब देंहटाएंsunder ghazal rajesh ji
जवाब देंहटाएंbahut aabhaar
saadar