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मंगलवार, 14 अगस्त 2012

कैसी ये आजादी?


ना तन पे उजले कपड़े हैं 
ना जीवन में सुखद क्षण 
आज तरंगे के सम्मुख 
कैसे जपे जन गण मन 
भ्रष्टता की बढ़ी आबादी 
कैसी ये आजादी ,कैसी ये आजादी ?
राजा होता गया यहाँ राजा 
रंक बना और रंक 
घूस खोरी और बईमानी का 
डसता  रहा  भुजंग 
मंहगाई की तूती बाजी 
कैसी ये आजादी, कैसी ये आजादी?
 ईमान भरा वोट बैंको में
जनता का पैसा  स्विस खातों में 
दाने दाने को मोहताज 
गरीब का जीवन फुटपाथों में 
आरक्षण ने की बरबादी
कैसी ये आजादी ,कैसी ये आजादी ?
********

14 टिप्‍पणियां:

  1. हालात अच्छे तो नहीं लेकिन हमें अपने शहीदों पर तो नाज़ है .
    स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें .

    जवाब देंहटाएं
  2. bahut hi badiyaa bhav liye yathrth batati hui saarthak kavitaa.bahut badhaai aapko.



    mere blog per aapka swagat hai/jarur padharain.

    जवाब देंहटाएं
  3. आज़ादी आज की तारीख मे सिर्फ एक छलावा है
    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!


    सादर

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत सुन्दर
    स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें !!!

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  5. यथार्थ कहती रचना
    पर हमारे जवानों ने हमें आजादी दी है
    उनको नमन..और इस आजादी को नमन..
    स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाये...

    जवाब देंहटाएं
  6. दाने दाने को मोहताज
    गरीब का जीवन फुटपाथों में
    आरक्षण ने की बरबादी
    कैसी ये आजादी ,कैसी ये आजादी ?

    Billion dollar question...

    .

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  7. गरीबी, भूख, भ्रष्टाचार इनसे मुक्ति पाकर ही हम
    सही मायने में आजाद माने जाएँगे .
    सुंदर प्रस्तुति !

    स्वतंत्रता दिवस की बधाई व शुभकामनाएँ !
    सादर !

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  8. कभी तो आशाएं होंगीं पूरी .... शुभकामनायें

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  9. बहुत सुंदर !

    ऎसी ही आजादी
    अब जनता भी है चाहती
    अपने अपने घर पर
    अपने मन की सरकार बनाती
    उसके अपने कर्मों की गालियाँ
    भी तो बेचारी केंद्र सरकार
    ही है खाती !

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  10. बहुत खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

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  11. राजा होता गया यहाँ राजा
    रंक बना और रंक
    घूस खोरी और बईमानी का
    डसता रहा भुजंग
    aj ki pooji vadee vyvastha pr ghatak prahar kiya hai Rajesh ji apne ......koti koti badhi.

    जवाब देंहटाएं
  12. राजा होता गया यहाँ राजा
    रंक बना और रंक
    घूस खोरी और बईमानी का
    डसता रहा भुजंग
    उदारीकृत अर्थ व्यवस्था सार रूप में आ गई है इस रचना में इटली संचालित मौन सिंह राजा का राज काज भी .काहे की आज़ादी कैसी और किसकी आज़ादी .यौमे आज़ादी मुबारक . यहाँ भी पधारें -
    ram ram bhai
    बुधवार, 15 अगस्त 2012
    TMJ Syndrome
    TMJ Syndrome
    http://veerubhai1947.blogspot.com/

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