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बुधवार, 16 नवंबर 2011

अश्क


अश्क
हर अश्क पे लिखी हुई अपनी कहानी है
कभी शबनम की बूंदे,
कभी सागर का खारा पानी है I
कभी विरहनियों के
द्रगों से बरसता सावन,
कभी भूखे ,बिलखते हुए
शिशु का भिगोता दामन,
कभी कवियों की कल्पना का
सीप का मोती,
कभी गम के बादलों से
झांकती हुई ज्योतिI
बयाँ करता है हर जख्म
ये अपनी जुबानी है
कभी शबनम की बूंदे
कभी सागर का खारा पानी है I
शहीदों की चिताओं पर
ये लहू से मिलके बहते हैं
बदले हैं इतिहास इन्ही से
ऐसा ज्ञानी कहते हैं I
जब जब इनका बढ़ा सैलाब
तब तब आया इन्कलाबI
ये कभी ममता कभी
ख़ुशी के आसूं हैं
बेहतर हैं सब से
जो पश्चाताप के आंसू हैं II
*****






22 टिप्‍पणियां:

  1. ख़ुशी के आसूं हैं
    बेहतर हैं सब से
    जो पश्चाताप के आंसू हैं I

    .........कहीं गहरे उतरते शब्‍द ....सुन्दर प्रस्तुति हार्दिक आभार जी.

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  2. aapki pahli post pe aansuon se saamna ho gaya... jindagi ko itne udaas najariye se na dekhiye mam, ye mera apna experience hai... pahle main v ek dukhi-atma hi hua karta tha... rahi baat aapki kavita ki to us par comments karne ke layak main khud ko nahi samajhta.. itni badi hasti nahi hun main... haan kavita mujhe pasand aaya...

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  3. गहन अभिव्यक्ति ... सुन्दर प्रस्तुति

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  4. आसू हैं अनमोल इन्हें बेकार गवाँना ठीक नहीं।
    है इनका कुछ मोल इन्हें बेकार बहाना ठीक नहीं।।

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  5. राजेश कुमारी जी,

    अति सुन्दर ..

    कभी कवियों की कल्पना का
    सीप का मोती,
    कभी गम के बादलों से
    झांकती हुई ज्योतिI
    बयाँ करता है हर जख्म
    ये अपनी जुबानी है
    कभी शबनम की बूंदे
    कभी सागर का खारा पानी है I

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति

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  6. हर अश्क पे लिखी हुई अपनी कहानी है... yahi sach hai

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  7. अश्क के बहाने जिंदगी की कहानी कह डाली है आपने...मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है.

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  8. अश्क सहज हैं। हमें मूलस्थ करने में सहायक भी। इनकी मौजूदगी व्यक्ति के हृदय के तल पर जीने का प्रमाण हैं।

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  9. बेहतरीन पंक्तियाँ, भावों से लबालब भरी।

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  10. आंसू जीवन और जीवन के कर्म में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं .. संवेदना या शक्ति की अभिव्यक्ति का माध्यम अहिं ये ...

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  11. गहरे भाव से सजी रचना....... दिल को छू गयी.....

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  12. भावों की सहज अभिव्यक्ति... आंसुओं सी!

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  13. प्रभावी और बेहतरीन रचना ....

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  14. एक भावोत्तेजक रचना लिखने के लिए बधाई..! :)

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  15. बहुत भावुक करती रचना |
    बधाई |
    आशा

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  16. ये कभी ममता कभी
    ख़ुशी के आसूं हैं
    बेहतर हैं सब से
    जो पश्चाताप के आंसू हैं. vah bahut achcha.

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