you are welcome on this blog.you will read i kavitaayen written by me,or my creation.my thoughts about the bitterness of day to day social crimes,bad treditions .
आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा आज के चर्चा मंच पर भी की गई है! यदि किसी रचनाधर्मी की पोस्ट या उसके लिंक की चर्चा कहीं पर की जा रही होती है, तो उस पत्रिका के व्यवस्थापक का यह कर्तव्य होता है कि वो उसको इस बारे में सूचित कर दे। आपको यह सूचना केवल इसी उद्देश्य से दी जा रही है! अधिक से अधिक लोग आपके ब्लॉग पर पहुँचेंगे तो चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा। बालदिवस की शुभकामनाएँ!
आप की पोस्ट ब्लोगर्स मीट वीकली (१८) के मंच पर शामिल की गई है/.आप आइये और अपने विचारों से हमें अवगत करिए /आप हिंदी की सेवा इसी तरह करते रहें यही कामना है /आपका ब्लोगर्स मीट वीकलीके मंच पर स्वागत है /आइये /आभार /
भावुक मन से लिखी गई ...दर्द भरी दास्ताँ ....
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँ!
(एक अर्ज़ करना चाहूँगा उम्मीद है ,आप बुरा नही मानेंगी .....
काले पे पीला पढ़ने में मुझे तो दिक्कत दे रहा है ....क्षमा !
संवेदनशील रचना ..
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर एवं भावपूर्ण रचना! उम्दा प्रस्तुती!
जवाब देंहटाएंभावमय करते शब्दों का संगम ।
जवाब देंहटाएंbahut hi sundar avam bhavpurn rachana
जवाब देंहटाएंउनको भी जीवन जीना है।
जवाब देंहटाएंभावुक कर गयी पोस्ट!
जवाब देंहटाएंसार्थक रचना
जवाब देंहटाएंनीरज
सार्थक, प्रभावशाली रचना
जवाब देंहटाएंbahut sunder sandesh deti sarthak prastuti.
जवाब देंहटाएंकिसी की गलती की सजा किसी और को मिले...ऐसा लगता है...
जवाब देंहटाएंबहुत ही भावपूर्ण रचना.....
जवाब देंहटाएंबहुत संजीदा पेशकस
जवाब देंहटाएंबहुत ही मर्मस्पर्शी और सार्थक कविता।
जवाब देंहटाएंसादर
सार्थक रचना !
जवाब देंहटाएंआपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा आज के चर्चा मंच पर भी की गई है!
जवाब देंहटाएंयदि किसी रचनाधर्मी की पोस्ट या उसके लिंक की चर्चा कहीं पर की जा रही होती है, तो उस पत्रिका के व्यवस्थापक का यह कर्तव्य होता है कि वो उसको इस बारे में सूचित कर दे। आपको यह सूचना केवल इसी उद्देश्य से दी जा रही है! अधिक से अधिक लोग आपके ब्लॉग पर पहुँचेंगे तो चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा।
बालदिवस की शुभकामनाएँ!
Aah! Ek tees uthee manme!
जवाब देंहटाएंबहुत ही संवेदनशील एवं भावपूर्ण रचना! ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर... अत्यंत भावपूर्ण सार्थक रचना...
जवाब देंहटाएंसादर...
संवेदना जगाता हुआ एक यक्ष प्रश्न न जाने कब उत्तरित होगा....
जवाब देंहटाएंआपकी कविता दिल को छू गयी...एक डॉ होने की वजह से जीवन में ऐसी कहानियां भी आई जो इन भावों को लिए थी..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर संवेदनशील मन को झकझोरती खुबसूरत रचना,बधाई ...
जवाब देंहटाएंमेरे पोस्ट में स्वागत है,...
डर है,जब तक हमें चूक का अहसास हो,इतनी देर न हो जाए कि सुधार करने में पीढ़ियां गुज़र जाएं।
जवाब देंहटाएंआप की पोस्ट ब्लोगर्स मीट वीकली (१८) के मंच पर शामिल की गई है/.आप आइये और अपने विचारों से हमें अवगत करिए /आप हिंदी की सेवा इसी तरह करते रहें यही कामना है /आपका
जवाब देंहटाएंब्लोगर्स मीट वीकलीके मंच पर स्वागत है /आइये /आभार /