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बुधवार, 11 अगस्त 2010

Meet

मुझसे ही छुप कर मेरे मेले में आता रहा मीत
मेरे अजीज खिलोनो से अपनी दुनिया सजाता रहा मीत !
दिन में मुझे सपने दिखाता रहा मीत
रातों को मेरे सपने चुराता रहा मीत !

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