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आँसुओं से इतनी रौशनी...सिर्फ़ मोमबत्ती ही देती है ! खुद ही जलती है...खुद ही में सिमट जाती है...~बहुत सुंदर ! "दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएँ !" ~सादर !!!
सादर नमन ||
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चित्रगीत!
जवाब देंहटाएंआप सबको भी दीवाली की शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंबहुत बेहतरीन चित्रमय रचना,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST : समय की पुकार है,
आपको भी शुभकामनायें. हवा में पर्व की सुगंध आ रही है.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर राजेश जी....
जवाब देंहटाएंआपकी प्यारी प्यारी शुभकामनाओं का शुक्रिया.....
आपको भी अहोई अष्टमी,दीपावली की ढेरों मंगलकामनाएं..
सादर
अनु
बहुत सुन्दर राजेश जी.... आप सबको भी दीवाली की शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर .... दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर शब्द चित्र ..... सभी को शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंइस रेफरेंस में मोमबत्ती को कभी नहीं देखा...अद्भुत रचना...
जवाब देंहटाएंaapne ne mombattio ki lo ko khushbbo se sarabor ka diya,dippawli ki hardik subhkamna
जवाब देंहटाएंक्या कहने ...
जवाब देंहटाएंवाह ... चित्र बहुत कुछ बोल रहे हैं राजेश जी अंतिम चित्र की जुबानी तो दिल के तारों को छु गयी ...
आभार !!
मेरी नई पोस्ट पर आपका स्वागत हैं ...http://rohitasghorela.blogspot.in/2012/11/blog-post_6.html
आँसुओं से इतनी रौशनी...सिर्फ़ मोमबत्ती ही देती है ! खुद ही जलती है...खुद ही में सिमट जाती है...~बहुत सुंदर !
जवाब देंहटाएं"दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएँ !"
~सादर !!!
सुन्दर सुन्दर क्षणिकाएं मन को भा गईं
जवाब देंहटाएंअभी से लगने लगा, दीनों की ही नही,
देश की दरिद्री मिटाने,
माँ लक्ष्मी कृपा बरसा गईं
घर घर दिवाली आ गई
घर घर दिवाली आ गई
दीपावली की अग्रिम शुभकामनाओं सहित
..........सादर!
बहुत सुन्दर...हार्दिक शुभकामनायें!
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