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रविवार, 25 सितंबर 2011

ऐ मेरी नन्ही परी

मेरी उपासना 
मेरी आकांक्षा 
मेरी पूँजी 
मेरा अह्म्मान !
मेरी यामिनी 
मेरी भोर 
मेरी जिंदगी 
साँसों की डोर !
मेरा अस्तित्व 
इन्द्रधनुषी सपने 
मेरी ग़ज़ल ,कविता 
और सब गीत अपने !
मेरा चाँद ,मेरा सूरज 
ऐ मेरी मोहिनी मूरत!
सब तेरी इस उन्मुक्त ,भोली मुस्कान के सदके
मुस्कान के सदके !! 

25 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही बढ़िया।
    -----
    कल 27/09/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
    धन्यवाद!

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  2. वाह वाह बहुत सुन्दर भाव …………गज़ब की प्रस्तुति।

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  3. बहुत ख़ूबसूरत! भावपूर्ण प्रस्तुती!

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  4. बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति बधाई

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  5. कोई आश्चर्य नहीं इस नन्ही मुस्कान को देख ऐसी मोहक रचना प्रस्फुटित हो!!
    इस प्रेम के लिए अनंत शुभकामनाएं!!

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  6. बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति बधाई......

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  7. इस मुस्कान पर तो सब कुछ नयौछावर।

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  8. बहुत ख़ूबसूरत! भावपूर्ण प्रस्तुती!
    शुभकामनाएं!!!

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  9. अति सुन्दर... सलोनी सी बच्ची और प्यारी सी कविता... मनभावन!

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  10. बहुत सुन्दर .लाड प्यार दुलार आकाश पायें सभी लाडली मेरे देश में .काश !ऐसा होने लगे !नव रात्र में विशेष सन्दर्भ शिव शक्तियों का आपने उकेरा है .आभार .

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  11. गुड़िया रानी का परिचय तो दिया ही नहीं … :)


    बहुत बहुत प्यार और आशीर्वाद हमारा भी !

    सुंदर रचना के लिए आभार एवं बधाई !

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  12. नवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं-..'अभिव्यंज' में आप का इंतजार है..

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  13. आप सब को हार्दिक आभार आपने आकर मेरी नन्ही परी(मेरी नातिन )को आशीर्वाद दिया !

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