you are welcome on this blog.you will read i kavitaayen written by me,or my creation.my thoughts about the bitterness of day to day social crimes,bad treditions .
behatrin panktiyon dwaara likhi shaandaar shayaari.bahut badhaai aapko. शायद लटकाया था जमीं पर जानबूझ कर आँचल उसने
जब तक हम उठाते वो दूर चले गए ! आप ब्लोगर्स मीट वीकली (९) के मंच पर पर पधारें /और अपने विचारों से हमें अवगत कराइये/आप हमेशा अच्छी अच्छी रचनाएँ लिखतें रहें यही कामना है / आप ब्लोगर्स मीट वीकली के मंच पर सादर आमंत्रित हैं /
ओह! धडकनों के शोर में,फिर से शब्दों का खामोश होना
जवाब देंहटाएंआंचल को उठाने से पूर्व उनका दूर चला जाना,अदभूत
अभिव्यक्ति है आपकी राजेश जी.
सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार.
मेरे ब्लॉग पर आप आतीं हैं तो बहुत अच्छा लगता है.
समय मिलने पर आईयेगा.
धड़कने अस्तित्व पर अधिकार कर लेते हैं।
जवाब देंहटाएंBahut Umda....
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ... बढ़िया त्रिवेणियाँ
जवाब देंहटाएंधड़कनों के शोर में जुबां की ख़ामोशी...बहुत कुछ कह गई
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव कणिका मानसिक कुन्हासे को उकेरती ,दुलारती ...
जवाब देंहटाएंधडकनों के शोर में
जवाब देंहटाएंफिर से शब्द खामोश हो गए....
लेकिन आपकी कविता बोल उठी...एक स्त्री के मन के भावों की सुन्दर विवेचना। बधाई एवं आभार।
सुन्दर अभिवयक्ति....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर कता पेश किया है आपने!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन पंक्तियाँ...
जवाब देंहटाएंaapke ahshash e dil hawa me ghul gaye...hamare dil tak pahunche hamari dhadkano se mil gaye..behad shandar..hardik badhayee
जवाब देंहटाएंbehatrin panktiyon dwaara likhi shaandaar shayaari.bahut badhaai aapko.
जवाब देंहटाएंशायद लटकाया था जमीं पर जानबूझ कर
आँचल उसने
जब तक हम उठाते वो दूर चले गए !
आप ब्लोगर्स मीट वीकली (९) के मंच पर पर पधारें /और अपने विचारों से हमें अवगत कराइये/आप हमेशा अच्छी अच्छी रचनाएँ लिखतें रहें यही कामना है /
आप ब्लोगर्स मीट वीकली के मंच पर सादर आमंत्रित हैं /
बेहतरीन! लाजवाब!!
जवाब देंहटाएंशब्द को खोना ही होता है..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर शायरी ..धडकनों के साथ ऐसा ही होता है ...कभी ....खामोश ...
जवाब देंहटाएंभ्रमर ५
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (30-06-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ...!
बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएं:-)