मैंने देखी झील सी निश्छल, नवल जीवन में जब आई आँखे !
मैंने देखी अश्रुओं से भीगी भूख से कुम्भ्लाई आँखें !
मैंने देखी लालच ,फरेब ,मक्कारी से बौराई आँखें !
मैंने देखी वैमनस्य और द्वेश से चकराई आँखें !
मैंने देखी नफरत और हिंसा से खून में नहाई आँखें !
मैंने देखी संघर्ष से थकी जड़वत सी पथराई आँखें !
मैंने देखी जिंदगी में खुल के पछताई आँखें !
फिर हाथों से बंद कराई आँखें !
उफ़ बेहद गहन विश्लेषण कर दिया।
जवाब देंहटाएंओह ... बहुत संवेदनशील ... चित्र भी सारे उपयुक्त लगाए हैं
जवाब देंहटाएंकितना कुछ कहती आँखें।
जवाब देंहटाएंआखों की भाषा का सुन्दर चित्रण ।
जवाब देंहटाएंआँखो की सही परिभाषा दी है आपने इस रचना में!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भाव्मई शानदार रचना /बहुत बधाई आपको /
जवाब देंहटाएंमेरी नई पोस्ट पर आपका स्वागत है जरुर पधारें /
bolti hui aankhen....
जवाब देंहटाएंकितना कुछ कह दिया~ आँखों ही आँखों में..गहन विश्लेषण .बहुत सुन्दर....
जवाब देंहटाएंचित्रों के आँखों की कहानी लाजवाब लगी ...
जवाब देंहटाएंमैंने देखी संघर्ष से थकी जड़वत सी पथराई आँखें !
जवाब देंहटाएंमैंने देखी जिंदगी में खुल के पछताई आँखें !
फिर हाथों से बंद कराई आँखें!
तस्वीरों के कारण पोस्ट का चित्रण अधिक कारगर रहा है!बहुत अच्छी रचना!
waah...
जवाब देंहटाएंaankhe hi aankhe...
aaj in aankho ne bhi kuch naya prayog dekha... bahut sundar...
waah...
बहुत सुन्दर कविता और प्रेक्षण पारखी आँखें .
जवाब देंहटाएं'pathrayee aankhein '...A soul stirring pic.
जवाब देंहटाएंaankhon par bhawbhini prastuti.......
जवाब देंहटाएंएक बड़े कैनवास पारखी दृष्टि से रिसती वेदना को समेटे है यह रचना जीवन के विविध रंगों को समेटती रूपायित करती .
जवाब देंहटाएंLoved this post...
जवाब देंहटाएंI agree eyes speaks a lot.
Sometimes a glance says much more than an hour speech !!!
आंखों की विभिन्न संवेदनाओं को बहुत ही विभिन्न रंगों मे प्रस्तुत किया है, शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम
आप की पोस्ट ब्लोगर्स मीट वीकली (१०) के मंच पर शामिल की गई है /आप आइये और अपने विचारों से हमें अवगत करिए /आप हमेशा ही इतनी मेहनत और लगन से अच्छा अच्छा लिखते रहें /और हिंदी की सेवा करते रहें यही कामना है /आपका ब्लोगर्स मीट वीकली (१०)के मंच पर आपका स्वागत है /जरुर पधारें /
जवाब देंहटाएंमैंने देखी जिंदगी में खुल के पछताई आँखें !
जवाब देंहटाएंफिर हाथों से बंद कराई आँखें !
...जीवन के विभिन्न रंगों को आँखों के माध्यम से दिखाती बहुत संवेदनशील प्रस्तुति ... ..आभार
salt likit
जवाब देंहटाएंsalt likit
dr mood likit
big boss likit
dl likit
dark likit
5NA12