बिखरे हुए हैं गेसू इस इन्तजार में
आये कोई झोंका हवा का
और संवार दे !
ढलका हुआ है आँचल
नर्म जमीं के बदन पर
कि चांदनी भी
तारों की लड़ियाँ निसार दे |
वो बैठे हैं गिराकर
पलकों की झालरें
चल के आये जवां ख़्वाब कोई
और पहलू में जिंदगी गुजार दे |
ऐ काली घटाओ |
तिल सा काजल उधार दे दो
जाए कोई मेरे महबूब की
नजरें उतार दे ||
*****
इंतज़ार की हसीन ख्वाइशें....
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँ!
इंतज़ार और धड़कता दिल...
जवाब देंहटाएंचलो थोडा रूमानी हो जाएँ....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर..
namaskar rajeshkumari ji .
जवाब देंहटाएंbahut hi haseen intjar .........
.चल के आये जवां ख़्वाब कोई
और पहलू में जिंदगी गुजार दे |.........kaash yeh khwab sach ho jaye ........har hasin jajbaat phoola sa khil jaye .....bahut hi pyari lagi aapki yeh kavita .......har bar se juda ............pyari si badhai .........:):):):)
बहूत हि सुंदर
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुती....
--
अनुपम प्रेम अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंबहुत खूब लिखा है आपने ...बेहतरीन अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंअनपम भाव संयोजन लिये उत्कृष्ट अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंतिल सा काजल उधार दे दो
जवाब देंहटाएंजाए कोई मेरे महबूब की
नजरें उतार दे ||
उफ़ ……मार डाला राजेश कुमारी जी इस अदा ने मोहब्बत की :)))))
आपकी पोस्ट चर्चा मंच 9/2/2012 पर प्रस्तुत की गई है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
http://charchamanch.blogspot.com
चर्चा मंच-784:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
Bahut khoobsoorat!
जवाब देंहटाएंऐ काली घटाओ |
जवाब देंहटाएंतिल सा काजल उधार दे दो
जाए कोई मेरे महबूब की
नजरें उतार दे ||..
great expression.
.
आपकी रचना बहुत अच्छी लगी,लाजबाब सुंदर पंक्तियाँ,..
जवाब देंहटाएंMY NEW POST...मेरे छोटे से आँगन में...
प्रेमपगी अभिव्यक्ति..... सुंदर
जवाब देंहटाएंप्रेममयी अनुपम प्रस्तुति....बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंसुमन सिन्हा जी का परिचय देखें यहां ... \
मामला गंभीर है. क्या क्या अदाएँ हैं. बहुत सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंअनुभूति का यह स्वर
जवाब देंहटाएंवाह ...
अनुपम प्रस्तुति....बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंऐ काली घटाओ
जवाब देंहटाएंतिल सा काजल उधार दे दो
जाए कोई मेरे महबूब की
नजरें उतार दे
घटाओं से काजल मांगने की अदा अच्छी लगी !
बहुत सुंदर कविता।
आपकी पोस्ट आज की ब्लोगर्स मीट वीकली का (३०) मैं शामिल की गई है /आप आइये और अपने विचारों से हमें अवगत करिए /आपका स्नेह और आशीर्वाद इस मंच को हमेशा मिलता रहे यही कामना है /आभार /लिंक है
जवाब देंहटाएंhttp://hbfint.blogspot.in/2012/02/30-sun-spirit.html