अरे भाई हँसमुख जी, आज क्यूँ उदास हो, क्या हुआ ? क्या बताऊँ मैं आज बहुत परेशां हूँ, आप ही बताओ आप को कैसा लगेगा यह जान कर कि आप जिस घर में पिछले दस साल से अकेले रहते हो, उसमे आप के अलावा कोई और भी अचानक आकर रहने लगे !! कल रात कुछ लोग अचानक मेरे घर में मेरे ही सामने मेरे घर में डेरा डाल कर बैठ गए और अपना आधिपत्य जताने लगे और मैं कुछ न कर सका | जी में तो आया कि एक एक को उठाकर फेंक दूं पर क्या करे हमारी भी कुछ अपनी सीमायें हैं | क्या करूँ कौन से तंत्र मंत्र का सहारा लूं कि वो भाग जाएँ, पर सोचता हूँ कि इसमें इनका क्या दोष, दोष तो मेरे ही अपनों का है जिन्होंने मेरे हाथो से बनाए हुए दिनरात मेहनत करके बनाए हुए मेरे इस आशियाने को दूसरों को बेच दिया | कल वो मेरा श्राद्ध दूसरे देश में मना रहे हैं, अपना देश अपना आशियाना छोड़ कर इतनी दूर कैसे जाऊं इसी लिए मैं आज बहुत दुखी हूँ मित्रो |
सब मिथ्या है . यह मायावी संसार है . इस मोह माया के जंजाल से तो निकलना ही पड़ेगा .
जवाब देंहटाएंआपने स्वागत करने वाले इस बोरिंग कार्टून को अभी तक नहीं हटाया राजेश जी !
२०० वीं पोस्ट की हार्दिक बधाई . यह मुकाम जल्दी ही हासिल कर लिया आपने . शुभकामनायें .
जवाब देंहटाएंपहली गई स्पैम में .
जवाब देंहटाएंउम्दा लघुकथा ………200 वीं पोस्ट की हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर राजेश जी.........
जवाब देंहटाएं२००वी पोस्ट की हार्दिक बधाई.................
सादर.
२०० वीं पोस्ट के लिए हादिक बधाई शुभकामनाए,...राजेश जी
जवाब देंहटाएंबढ़िया चिंतन परक पोस्ट .भाव अनुभाव दर्शन को खंगालती .अपने वतन की मिटटी की खुशबू अपनी होती है जफर साहब ने यूं ही नहीं कहा था -कितना है बदनसीब जफर दफन के लिए ,दो गज ज़मीं भी न मिली कुए यार में (यार की गली में ,अपने वतन में ).अच्छा प्रयास है लघु कथा का .जो एक सवाल दाग जाती है -इसमें इनका क्या दोष .http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/कृपया यहाँ भी पधारें -
जवाब देंहटाएंजानकारी :कोलरा (हैजा ).
गहन अभिव्यक्ति ......दो सौवीं पोस्ट के लिए बहुत बधाई ....!!!
जवाब देंहटाएंजी हाँ सालता है अपना ठीया (ठिकाना )उठने का दर्द और फिर पराई धरती पराये लोग .छीलती है लघु कथा अन्दर तक .कृपया यहाँ भी पधारें -
जवाब देंहटाएंबांझपन के समाधान में प्रयुक्त दवाएं बढ़ातीं हैं कैंसर का ख़तरा
ttp://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/04/blog-post_7864.html
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अच्छी कहानी, बहुत बहुत बधाई !
जवाब देंहटाएंसबसे पहले 200वीं पोस्ट की बधाई हो!
जवाब देंहटाएं--
लघुकथा की बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
आप तो इस विधा में भी पारंगत हैं!
सारगर्भित कहानी । 200वीँ पोस्ट के लिए व ब्लागिँग जगत मेँ उत्कृष्ट योगदान हेतु अभिनंदन व आभार ।
जवाब देंहटाएं२०० वीं पोस्ट के लिए बधाइयाँ...
जवाब देंहटाएं200 वीं पोस्ट की बधाई..मार्मिक कथानक..
जवाब देंहटाएं२०० वीं पोस्ट के लिए बहुत - बहुत बधाई ... बेहतरीन प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएं२०० वीं पोस्ट की हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएं२०० वीं पोस्ट की हार्दिक बधाई|
जवाब देंहटाएंमार्मिक सुन्दर प्रस्तुति|