प्यारी बिटिया
सुर्ख जोड़े में सजी प्यारी बिटिया
हीरे की कणी सबसे न्यारी बिटिया|
भाई बहनों की नटखट दुलारी बिटिया
माँ बाबा के दामन की फुलकारी बिटिया |
सात फेरों की रस्मे निभा आई बिटिया
कन्यादान से हुई पराई बिटिया |
मन में मंद- मंद हरषाई बिटिया
छुई मुई के जैसे शरमाई बिटिया |
जाकर पी का आँगन महकाई बिटिया
बस दो दिन सुख से बिताई बिटिया|
धन के पैमाने से नपवाई बिटिया
ज़ार -ज़ार अश्रुओं से नहाई बिटिया !
दहेज़ कुण्ड के जख्मों में
सब सुख भूल गई बिटिया
एक दिन उसी सुर्ख जोड़े में
पंखे के गले में झूल गई बिटिया ||
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दहेज़ कुण्ड के जख्मों में
जवाब देंहटाएंसब सुख भूल गई बिटिया
एक दिन उसी सुर्ख जोड़े में
पंखे के गले में झूल गई बिटिया ||
बहुत सुंदर रचना,बेहतरीन अभिव्यक्ति,....
RESENT POST...फुहार...फागुन...
kuch kuprathayen aaj bhi mere desh ko khaye ja rahi hai ...hriday dravit ho jata hai sunkar !!
जवाब देंहटाएंhum kitne arman sajate hai apni gudiya ke liye ..
पढ़कर मन दर्द से भर गया...
जवाब देंहटाएंपता नहीं ये कुरीतियाँ कब मिटेंगी.
प्रेम और स्नेह को कभी ऐसे निष्कर्ष न मिलें..
जवाब देंहटाएंआँखें भीग गयीं ...जाने कब इन राक्षसों का अंत होगा...
जवाब देंहटाएंबहुत मार्मिक रचना...
BAHUT PYARI RACHNA BILKUL BITIYA JAISI .AABHAR
जवाब देंहटाएंसमाज को बदलना होगा .
जवाब देंहटाएंपता नहीं दहेज़-दानव के हाथो कब तक मरती रहेंगी बेटियां .
जवाब देंहटाएंविचलित करने वाले हालात हो गए हैं .
बेहद मार्मिक किंतु सत्य
जवाब देंहटाएंsatya ka sateek chitran, marmsparshi rachna, mahila diwas ki shubhkaamnaayen.
जवाब देंहटाएंबहुत मर्मस्पर्शी अभिव्यक्ति...आँखें नम कर गयी...
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया हृदयस्पर्शी प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंघूम-घूमकर देखिए, अपना चर्चा मंच ।
लिंक आपका है यहीं, कोई नहीं प्रपंच।।
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
very touching...when will we get rid off this social evil...
जवाब देंहटाएंमार्मिक ....
जवाब देंहटाएंबेहद मार्मिक ... पर ऐसा बेटियों के साथ हो क्यों होता है .. जहां वे जाती हैं क्या वहाँ बेटियां नहीं होती ...
जवाब देंहटाएंमर्मस्पर्शी रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर, अंतर्स्पर्शी रचना...
जवाब देंहटाएंसादर बधाई.
ज़ार -ज़ार अश्रुओं से नहाई बिटिया !
जवाब देंहटाएंदहेज़ कुण्ड के जख्मों में
सब सुख भूल गई बिटिया
एक दिन उसी सुर्ख जोड़े में
पंखे के गले में झूल गई बिटिया ||................marmik abhivyakti . yahdanav to na jane kitni bitiyon ko nigal gaya .badhai .
sorry is bat late ho gayi aane me . blogging par nahi thi .
आपकी पोस्ट आज की ब्लोगर्स वीकली मीट (३४) में शामिल की गई है /आप आइये और अपने विचारों से हमें अवगत करिए /आप इसी तरह मेहनत और लगन से हिंदी की सेवा करते रहें यही कामना है /आभार /लिंक है
जवाब देंहटाएंhttp://hbfint.blogspot.in/2012/03/34-brain-food.html
बहुत मर्मस्पर्शी और सटीक अभिव्यक्ति....
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