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बुधवार, 10 अगस्त 2011

भारत देश के प्यारे बच्चों

भारत देश के प्यारे बच्चों 
कर लो आज प्रतिज्ञा तुम 
उज्जवल कर दो अपने दम से 
देश का कौना कौना तुम!
जाने कितने कष्ट उठाये 
और कितनी जान गंवाई हैं 
खून से रंग दी अपनी भूमि 
तब आजादी पाई है !

गाँधी जी और वीर भगत सिंह 
के स्वप्न सलौने तुम
मुश्किल से आजादी पाई
इसे कभी ना खोना तुम!

वीर बनो रणधीर बनो
अन्वेषक बनो और,निरीक्षक बनो
देश की गरिमा तुम से है अब 
मात्र भूमि के अंगरक्षक बनो!

देश पर अगर कोई संकट आये 
शक्ति का आह्वान करो 
लहराओ हाथों में तिरंगा 
दिल से इसका सम्मान करो!

उच्छेदन कर दो उस कंटक का
जिसने देश में जड़ें जमाई है
जाने कितने बलिदानों से
ये आजादी पाई है!

देश की उन्नति की राहों पर
आगे कदम बढ़ाना तुम
कितने ही बवंडर आयें 
धीरज कभी ना खोना तुम
उज्जवल कर दो अपने दम से
देश का कौना कौना तुम!!
     *****

(मेरे प्यार्रे दोस्तों मैं इस पोस्ट  के बाद कुछ दिन के लिए ब्लॉग दुनिया से अनुपस्थित  रहूंगी बहुत जल्दी एक अच्छे विवरण (जन्नत के नज़ारे  ) के साथ आप लोगों से मिलूंगी तब तक के लिए शुभ विदा स्वतंत्रता दिवस कीआप सब को बहुत बहुत बधाई ) 

39 टिप्‍पणियां:

  1. देशभक्ति का जोश भरती आपकी ये कविता अत्यंत प्रेरणामयी...अतिउत्तम कृति...

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  2. भारत माता की जय..."जय हिन्द जय भारत"
    Proud to be an Indian...

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  3. वाह बहुत ही सुन्दर
    jai hind jai hind

    (yaha yah gana dijiye --nane mune rahi hai des ke shipahe hai)

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  4. हमें अपने देश से प्यार है और भारतीय होने पर गर्व महसूस करते हैं! बहुत सुन्दर रचना! भारत माता की जय!

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  5. SWATANTRATAA DIWAS PER BAHUT HI ACHCHA PEGAAM BACHCHON KO DETI HUI RACHANAA.BAHUT HI ACHCHE DHANG SE LIKHI HUI.BADHAAI AAPKO.

    जवाब देंहटाएं
  6. भारत देश के प्यारे बच्चों
    कर लो आज प्रतिज्ञा तुम
    उज्जवल कर दो अपने दम से
    देश का कौना कौना तुम!
    जाने कितने कष्ट उठाये
    और कितनी जान गंवाई हैं
    खून से रंग दी अपनी भूमि
    तब आजादी पाई है !

    अच्छा लगा ना सुनकर

    "वन्दे मातरम्" "वन्दे मातरम्" "वन्दे मातरम्"

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  7. देशभक्ति का जोश भरती है आपकी कविता. स्वतंत्रता दिवस की आपको भी बहुत बहुत बधाई.

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  8. बेहतरीन कविता..... बहुत सुंदर अभिव्यक्ति....

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  9. बच्चों के लिए बहुत ही प्रेरक कविता रची है आपने।
    मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया। आशा है आपका मार्गदर्शन और आशीर्वाद आगे भी मिलता रहेगा।

    सादर

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  10. life has become so fast these day that we have almost forgotten about our country..!!
    I loved this.... :)
    I am following your blog for sure...
    hope to see you around at http://madhulikaspeaks.blogspot.com/

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  11. बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ....... जय हिंद

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  12. वीर बनो रणधीर बनो
    अन्वेषक बनो और,निरीक्षक बनो
    देश की गरिमा तुम से है अब
    मात्र भूमि के अंगरक्षक बनो!

    Very inspiring and motivating creation .
    Thanks ma'am.

    .

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  13. देश की उन्नति की राहों पर
    आगे कदम बढ़ाना तुम
    कितने ही बवंडर आयें
    धीरज कभी ना खोना तुम
    उज्जवल कर दो अपने दम से
    देश का कौना कौना तुम!!
    desh ke navkarndhar bachhon ko deshprem ko sabak padhati sundar deshprem se bhari prastuti ke liye aabhar!
    aaj aise he deshprem jagati rachnaon ki desh ko sakht jarurat hai..

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  14. सुंदर कोमल और संवेदनशील भाव

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  15. राजेश कुमारी जी बहुत प्यारी रचना ..लाजबाब ...बहुत सुन्दर .....सुन्दर प्रस्तुति ..सुन्दर आवाहन

    शुक्ल भ्रमर ५
    कितने ही बवंडर आयें
    धीरज कभी ना खोना तुम
    उज्जवल कर दो अपने दम से
    देश का कौना कौना तुम!!

    जवाब देंहटाएं
  16. बहुत जोशीली ,प्रेरक ,नव -उमंग का संचार करती शंख नाद सी अनुगूंज लिए ...
    कृपया यहाँ भी आपकी मौजूदगी अपेक्षित है -http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2011/08/blog-post_9034.हटमल
    Friday, August 12, 2011
    रजोनिवृत्ती में बे -असर सिद्ध हुई है सोया प्रोटीन .

    http://veerubhai1947.blogspot.com/
    बृहस्पतिवार, ११ अगस्त २०११
    Early morning smokers have higher cancer रिस्क.

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  17. शनिवार को आपकी पोस्ट की चर्चा हलचल पर है ...!कृपया अवश्य पधारें....!!

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  18. बहुत सुन्दर सारगर्भित रचना , सुन्दर भावाभिव्यक्ति , आभार
    रक्षाबंधन एवं स्वाधीनता दिवस के पावन पर्वों की हार्दिक मंगल कामनाएं.

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  19. स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाओं के साथ

    बहुत सुंदर रचना

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  20. Nice poem .

    हमारी शांति, हमारा विकास और हमारी सुरक्षा आपस में एक दूसरे पर शक करने में नहीं है बल्कि एक दूसरे पर विश्वास करने में है।
    राखी का त्यौहार भाई के प्रति बहन के इसी विश्वास को दर्शाता है।
    भाई को भी अपनी बहन पर विश्वास होता है कि वह भी अपने भाई के विश्वास को भंग करने वाला कोई काम नहीं करेगी।
    यह विश्वास ही हमारी पूंजी है।
    यही विश्वास इंसान को इंसान से और इंसान को ख़ुदा से, ईश्वर से जोड़ता है।
    जो तोड़ता है वह शैतान है। यही उसकी पहचान है। त्यौहारों के रूप को विकृत करना भी इसी का काम है। शैतान दिमाग़ लोग त्यौहारों को आडंबर में इसीलिए बदल देते हैं ताकि सभी लोग आपस में ढंग से जुड़ न पाएं क्योंकि जिस दिन ऐसा हो जाएगा, उसी दिन ज़मीन से शैतानियत का राज ख़त्म हो जाएगा।
    इसी शैतान से बहनों को ख़तरा होता है और ये राक्षस और शैतान अपने विचार और कर्म से होते हैं लेकिन शक्ल-सूरत से इंसान ही होते हैं।
    राखी का त्यौहार हमें याद दिलाता है कि हमारे दरम्यान ऐसे शैतान भी मौजूद हैं जिनसे हमारी बहनों की मर्यादा को ख़तरा है।
    बहनों के लिए एक सुरक्षित समाज का निर्माण ही हम सब भाईयों की असल ज़िम्मेदारी है, हम सभी भाईयों की, हम चाहे किसी भी वर्ग से क्यों न हों ?
    हुमायूं और रानी कर्मावती का क़िस्सा हमें यही याद दिलाता है।

    रक्षाबंधन के पर्व पर बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं...

    देखिये
    हुमायूं और रानी कर्मावती का क़िस्सा और राखी का मर्म

    जवाब देंहटाएं
  21. रक्षाबंधन एवं स्वतंत्रता दिवस की बहुत बधाई/शुभकामनाये!!

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  22. सार्थक सन्देश देती अच्छी प्रस्तुति

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  23. देश पर अगर कोई संकट आये
    शक्ति का आह्वान करो
    लहराओ हाथों में तिरंगा
    दिल से इसका सम्मान करो ...

    आज के समय में ऐसे सार्थक संदेशों की बहुत जरूरत है ... लाजवाब देश-प्रेम की रचना है ...

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  24. ये सीख बच्चों के लिए ही नहीं...उनके माँ-बाप के लिए भी होनी चाहिए...बच्चे तो सच्चे और अच्छे होते ही हैं...

    जवाब देंहटाएं
  25. आदरणीया राजेश कुमारी जी
    सादर सस्नेहाभिवादन ! प्रणाम !!

    जाने कितने कष्ट उठाये
    और कितनी जान गंवाई हैं
    खून से रंग दी अपनी भूमि
    तब आजादी पाई है !

    वाह वाऽऽह ! बहुत सुंदर राष्ट्रभावना से ओत-प्रोत रचना के लिए हार्दिक बधाई !

    उच्छेदन कर दो उस कंटक का
    जिसने देश में जड़ें जमाई है

    हां , इन जड़ें जमाए कांटों को उखाड़ फेंकना बहुत ज़रूरी है …

    ऐसे ही भाव मेरी ताज़ा रचना में भी हैं -

    मेरी ख़िदमत के लिए मैंने बनाया ख़ुद इसे
    घर का जबरन् बन गया मालिक ; जो चौकीदार है

    काग़जी था शेर कल , अब भेड़िया ख़ूंख़्वार है
    मेरी ग़लती का नतीज़ा ; ये मेरी सरकार है

    समय निकाल कर पूरी रचना पढ़ने आइएगा …

    हार्दिक मंगलकामनाओं सहित
    -राजेन्द्र स्वर्णकार

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  26. अगर आपको प्रेमचन्द की कहानिया पसंद हैं तो आपका मेरे ब्लॉग पर स्वागत है |
    http://premchand-sahitya.blogspot.com/

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  27. वीर बनो रणधीर बनो
    अन्वेषक बनो और,निरीक्षक बनो
    देश की गरिमा तुम से है अब
    मात्र भूमि के अंगरक्षक बनो!

    देश-प्रेम के लिए आह्वान करती हुई सुंदर कविता।

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  28. सुन्दर देश भक्ति के भावों से ओत प्रोत
    इस प्रेरक प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत
    आभार.

    लौटने पर मेरे ब्लॉग पर भी जरूर आईयेगा.

    जवाब देंहटाएं