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बुधवार, 28 अगस्त 2013

फंस गए नन्द लाल



तोमर छंद (प्रत्येक चरण में १२ मात्राएँ तुकान्त चरणान्त गुरु लघु से अंत )
चोरी का बुना जाल ,फंस गए नन्द लाल 
देख दधि मटकी हाल , हुई मैया बेहाल
पड़ गया उल्टा दांव, पकड़ा जब दबे पाँव, 
ढूंढें नहि मिली ठांव, जा छुपा तरु की छाँव 

कर से पकड़ के कान ,मांगे क्षमा का दान
बनकर कहे अनजान,रखा मित्रता का मान 
देखे दृग लाल लाल,क्रोध का थमा उबाल 
उर से लगाया लाल,हुई यशोदा निहाल 

शांत हुआ जब धमाल,बहि निकले ग्वाल बाल 
हँस कर कहे गोपाल ,जान बची बाल बाल 

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सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाइयां

8 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति...
    जय श्री कृष्णा...
    :-)

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  2. आपको जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई!

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुन्दर कविता ,जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई!
    latest postएक बार फिर आ जाओ कृष्ण।

    जवाब देंहटाएं
  4. वाह, बहुत प्यारा वर्णन। जन्माष्टमी की शुभकामनायें।

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  5. ♥ जय श्री कृष्ण ♥
    ✿⊱╮✿⊱╮✿⊱╮
    ..(¯`v´¯) •./¸✿
    (¯` ✿..¯))✿/¸.•*✿
    ...(_.^._)√•*´¨¯(¯`v´¯).
    ...✿•*´)//*´¯`*(¯` ✿ .¯)
    .....✿´)//¯`*(¸.•´(_.^._)
    ♥ जय श्री कृष्ण ♥

    श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाइयां और शुभकामनाएं !


    ✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿
    देखे दृग लाल लाल,क्रोध का थमा उबाल
    उर से लगाया लाल,हुई यशोदा निहाल

    :)
    बहुत ख़ूब !
    सुंदर भाव ! सुंदर शिल्प !
    सुंदर रचना के लिए बधाई !
    ✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿
    मंगलकामनाओं सहित...
    राजेन्द्र स्वर्णकार


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  6. वाह ... मन मोहने वाला सुन्दर गीत ...
    श्री कृष्णजन्माष्टमी की बधाई ...

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