tag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post8333218065215597785..comments2024-03-28T03:37:51.694-07:00Comments on HINDI KAVITAYEN ,AAPKE VICHAAR: सिंकिंग कान्फिडेंस , आप बीतीRajesh Kumarihttp://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-70936772043604429682011-05-21T22:58:10.870-07:002011-05-21T22:58:10.870-07:00jab aap doobti hain to log tairte hain. aur jab aa...jab aap doobti hain to log tairte hain. aur jab aap tairti hain, to log doob jate hain aapki kavita main. zinda-dili ki jaanbaaz rachna. shilp par thoda aur kaam karen.Prabodh Kumar Govilhttps://www.blogger.com/profile/12839366183996594801noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-57238507955324695992011-05-21T19:50:14.482-07:002011-05-21T19:50:14.482-07:00कविता में बहुत बढ़िया संस्मरण..बधाईकविता में बहुत बढ़िया संस्मरण..बधाईकविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-78498369880875868172011-05-21T18:22:08.393-07:002011-05-21T18:22:08.393-07:00आपकी आप बीती पढ़कर तो मेरी सांस ही रुक गयी थी । ले...आपकी आप बीती पढ़कर तो मेरी सांस ही रुक गयी थी । लेकिन आपका आत्म विश्वास बहुत ही प्रेरणादायी है। मेरा तो तैराकी में zero confidence है।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-22727114005441875952011-05-21T06:36:08.955-07:002011-05-21T06:36:08.955-07:00अब तो आत्मविश्वास आ ही गया होगा|जलपरी बनकर आराम से...अब तो आत्मविश्वास आ ही गया होगा|जलपरी बनकर आराम से तैरिये|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-78899656453971123842011-05-20T12:00:59.395-07:002011-05-20T12:00:59.395-07:00आपकी हास्य-रचना पढ़ कर बड़ा आनन्द आया। इसे पढ़ कर मुझ...आपकी हास्य-रचना पढ़ कर बड़ा आनन्द आया। इसे पढ़ कर मुझे अपने काव्य-संकलन "बड़े वही इंसान" की कुछ पंक्तियाँ स्मरण हो आयीं। वह आपसे साझा कर रहा हूँ।<br />+++++++++++++++++++++++++<br />"भूतकाल तो गया निकल,<br />चाह यदि भविष्य हो सफल,तो न और सोचिए विचारिए।<br />वर्तमान को अभी सवाँरिए! वर्तमान को अभी सवाँरिए!!<br />कर्महीन लक्ष्य को न पा सकें,<br />दीनता कभी न वो मिटा सकें,<br />इंतिजार है जिन्हें नदी रुके,<br />व्यक्ति वो कभी न पार जा सकें.<br />तैरना तुम्हें अवश्य आएगा, नीर में शरीर तो उतारिए॥<br />वर्तमान को अभी सवाँरिए! वर्तमान को अभी सवाँरिए!!"<br />====================<br />सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवीडॉ० डंडा लखनवीhttps://www.blogger.com/profile/14536866583084833513noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-51106617047534375532011-05-20T09:58:28.928-07:002011-05-20T09:58:28.928-07:00आपने तो गजब की कविता सुना दी
हिंदी अंग्रेजी का क्...आपने तो गजब की कविता सुना दी <br />हिंदी अंग्रेजी का क्या खूब संगम है अब तो आत्मविश्वास आ ही गया होगामदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-76310690945367083302011-05-20T07:58:40.813-07:002011-05-20T07:58:40.813-07:00"धरातल को पैर से नहीं हाथ से छू कर आतीं हूँ ...."धरातल को पैर से नहीं हाथ से छू कर आतीं हूँ ."<br />हाथ -पैरों से नहीं हौसले से नहातीं हूँ . जी हाँ मदाम(मेडम )जंग हथियारों से नहीं हौसले से जीती जाती है ज़िन्दगी की हो चाहे पानी की ।<br />अच्छी मानसिक धुंध ,मानसिक कुहाँसा उकेरा है कविता में .बधाई .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-20550618803555000372011-05-20T07:55:38.430-07:002011-05-20T07:55:38.430-07:00कुछ सुना कीजिये ,कुछ कहा कीजिये ,
मौन इतना कभी मत ...कुछ सुना कीजिये ,कुछ कहा कीजिये ,<br />मौन इतना कभी मत ,रहा कीजिये .बेहतरीन भाव और अंदाज़े बयाँ!<br />यहाँ तो हाल ये है -<br />गैरों से कहा तुमने ,गैरों को सुना तुमने ,<br />कुछ हमसे कहा होता कुछ हमसे सुना होता .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-42439052057735434222011-05-20T07:48:59.668-07:002011-05-20T07:48:59.668-07:00बहुत बढ़िया संस्मरण । आखिर आपने तो स्विमिंग सीख ही...बहुत बढ़िया संस्मरण । आखिर आपने तो स्विमिंग सीख ही ली । हम तो आज तक नहीं सीख पाए ।<br /><br />ब्लॉग के बैकग्राउंड का रंग काला होने से पढने में दिक्कत हो रही है । कृपया बदल कर देखें ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-53421214498688272242011-05-20T07:30:50.901-07:002011-05-20T07:30:50.901-07:00आपने आपबीती सुना दीआपने आपबीती सुना दीसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-24957801287812833942011-05-20T07:11:01.954-07:002011-05-20T07:11:01.954-07:00सबसे पहले तो रचना को हास्य का रूप देने के लिए धन्य...सबसे पहले तो रचना को हास्य का रूप देने के लिए धन्यवाद प्रयोग सफल रहा दूसरी बात जन कांफिडेंस होगा तभी ओवर कांफिडेंस आयेगा |Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-59086024299786166842011-05-20T06:49:31.578-07:002011-05-20T06:49:31.578-07:00कॉंफिडेंस का ही एक भाग है ओवर कांफिडेंस!कॉंफिडेंस का ही एक भाग है ओवर कांफिडेंस!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-56329039519347592422011-05-20T02:44:44.046-07:002011-05-20T02:44:44.046-07:00ओवर तो फिर ओवर ही हुआ न हा हा हा.......ओवर तो फिर ओवर ही हुआ न हा हा हा.......दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-86704789572754035272011-05-20T00:22:26.776-07:002011-05-20T00:22:26.776-07:00हा हा हा……………आपने तो गज़ब की आपबीती सुना दी……………सार...हा हा हा……………आपने तो गज़ब की आपबीती सुना दी……………सारे कांफ़िडेंस की वाट लगा दी।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-86265825628155993272011-05-19T23:06:25.815-07:002011-05-19T23:06:25.815-07:00अब कांफिडेंस तो है पर ओवर कांफिडेंस तौबा तौबा !!! ...अब कांफिडेंस तो है पर ओवर कांफिडेंस तौबा तौबा !!! <br /> <br /><br />यह ओवर कांफिडेंस ही सारा कांफिडेंस खतम कर देता है ...बहुत बढ़िया प्रस्तुति ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2084151036771854001.post-59022483239174936882011-05-19T22:40:59.181-07:002011-05-19T22:40:59.181-07:00अब कांफिडेंस तो है पर ओवर कांफिडेंस तौबा तौबा !!! ...अब कांफिडेंस तो है पर ओवर कांफिडेंस तौबा तौबा !!! <br />अब न किसी की नाक कटेगी और डूबने का खतरा भी नहीं .... आराम से जलपरी बनकर तैरियेरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com