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सोमवार, 5 मार्च 2012

पर्वों के जंतर-मंतर



ना अपनी सी संस्कृति  ना अपनी सी बोली 
हम अगर स्वदेश में होते आज मनाते होली ||

आज मनाते होली मिठाई और  गुझिया खाते
क्या जवान क्या बूढ़े सब रंग अबीर बरसाते ||

सब रंग अबीर बरसाते करते हंसी और ठट्टा 
होली के बहाने करते इत -उत  नैन मटक्का ||

करते  नैन मटक्का गाँव और शहर के छोरे
लेकर के  पिचकारी भाभी पीछे - पीछे दौड़े||

 भाभी पीछे-पीछे दौड़े सब देख- देख  हर्षाएं 
पीके भंग मस्तों की टोली खूब हुडदंग मचाये||

खूब हुडदंग मचाये मादक महुआ और मंजरी 
लाल पीत और हरित वर्ण में लिपटी सगरी || 

 लिपटी सगरी रंगों में नहीं कोई धर्म का अंतर 
ऐसा देश है भारत जहाँ पर्वों के जंतर -मंतर ||

पर्वों के जंतर-मंतर,  हजारों भाषा और  बोली 
हो जाते सब एक जब मिलकर  खेलें   होली || 


(होली की सभी को शुभकामनायें )

22 टिप्‍पणियां:

  1. करते नैन मटक्का गाँव और शहर के छोरे
    लेकर के पिचकारी भाभी पीछे - पीछे दौड़े||

    होली की मस्ती छायी है
    भागो भागो देवरों
    भाभियों की टोली आयी है

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  2. बहूत -बहूत सुंदर रचना
    सुंदर प्रस्तुती:-)
    होली कि शुभकामनाये

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  3. beautiful expressions... !!
    and the color u added in those text is looking awesome !!

    happy holi to u n your loved ones :)

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  4. बहुत सुन्दर...
    प्यारी..रंगों से सराबोर प्रस्तुति....

    आपकी होली शुभ हो....

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  5. happy holi to u बहुत सुन्दर...
    प्यारी..

    जवाब देंहटाएं
  6. पर्वों के जंतर-मंतर, हजारों भाषा और बोली
    हो जाते सब एक जब मिलकर खेलें होली ||
    बहुत बढिया।

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  7. बहुत ही बढ़िया।

    होली की हार्दिक शुभकामनाएँ!

    सादर

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  8. होली के रंगों डूबी बेहतरीन प्रस्तुति,सुंदर रचना...

    होली की बहुत२ बधाई शुभकामनाए...

    RECENT POST...काव्यान्जलि ...रंग रंगीली होली आई,

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  9. holi pr hardik subhkamnaye rajesh ji .....rangeen vicharon se pripoorn lekhni ki holi kafi mohak lagi .....sundar rachana ke liye badhai.

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  10. बहुत ही गहरे रंगों और सुन्दर भावो को रचना में सजाया है आपने....बहुत ही खुबसूरत रंगों से भरा हो आपका होली का त्यौहार.....
    .

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  11. sunder prastuti


    रंग बिरंगी है रंगोली
    मस्तानो की निकली टोली
    कहीं अबीर गुलाल कहीं पर
    चली धडल्ले भंग की गोली
    पिचकारी से छूटे गोली
    रहे सलामत कैसे चोली
    ईना, मीना, डीका, रीना
    नहीं बचेगी कोई भोली
    आज अधर खामोश रहेंगे
    आज रंग हैं सबकी बोली
    आज नहीं छोड़ेंगे भौजी
    बुरा न मानो है ये होली


    होली पर आप को मेरे और मेरे परिवार की और से हार्दिक शुभकानाएं ...होली के बिबिध रंगों की तरह आपका जीवन रंगबिरंगा बना रहे ....खुशियाँ आपके कदम चूमे ..आपके अंतर का कलुष हटे.......प्रेम का साम्राज्य चहु ओर स्थापित हो ..पुनः इन्ही शुभकामनाओं के साथ


    डॉ आशुतोष मिश्र
    निदेशक
    आचार्य नरेन्द्र देव कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी
    बभनान , गोंडा . उत्तरप्रदेश
    मोबाइल न० 9839167801

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  12. वाह राजेश जी ! कविता का यह अंदाज़ बहुत भाया .
    हमने यह प्रयोग एक शब्द से किया है . आपने तीन शब्दों को लेकर बहुत बढ़िया रचना लिखी है .
    बधाई . होली की हार्दिक शुभकामनायें .

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  13. होली की मस्ती में डूबी रचना ! शुभकामनायें!

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  14. Sparkling colours of HOLI may paint your life in the way to make you prestigious,honourable and lovable all around.Happy Holi.

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  15. होली की हार्दिक शुभकामनायें!

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  16. लिपटी सगरी रंगों में नहीं कोई धर्म का अंतर
    ऐसा देश है भारत जहाँ पर्वों के जंतर -मंतर ||ekdam sachchiiiii baat

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  17. पर्वों के जंतर-मंतर, हजारों भाषा और बोली
    हो जाते सब एक जब मिलकर खेलें होली

    होली के अवसर पर बहुत अच्छा गीत प्रस्तुत किया है आपने।
    बधाई।

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  18. बहुत बढियां ..आपको सपरिवार होली की शुभकामनाएँ ..

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